संजय दत्त देश के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक है. उनकी लोकप्रियता का परचम कई दशको तक लोगो के बीच में लहराता रहा और लोगो ने इसको लेकर काफी अधिक सुपरहिट फिल्मो का अनुभव भी लिया. मगर सब जानते है कि दत्त की जिन्दगी बाकी सितारों जितनी सरल नही रही. जेल, नशा और तमाम ऐसी चीजे जिससे आम आदमी कोसो दूर रहे उनके साथ में उनके बरस बीत गये मगर अब वो एक शांत जीवन जी रहे है और बेदाग़ भी क़ानूनन तो हो ही चुके है. मगर पिछली बातो को लेकर कुछ लोग उनका पीछा आज भी नही छोड़ रहे है.
यासीर उस्मान ने लिखी थी संजू बाबा पर किताब, निजी बातो को सामने लाने का दावा
मुरादाबाद के जन्मे मशहूर लेखक व पत्रकार यासीर उस्मान ने हाल ही में संजय दत्त के जीवन पर एक पुस्तक लिखी. इसमें कुछ एक अंश ऐसे है जिसके कारण से जाहिर तौर पर संजय की छवि को एक बार फिर से धक्का लग सकता था और इसी के कारण से मामला गरमाता भी देखा गया.
एक अंश में पिता सुनील दत्त और संजय दत्त के बीच में हुए वार्तालाप का जिक्र किया गया है जो लेखक अपने दावो के आधार पर ही लिखता है. ये तब की बात है जब पास में रायफल मिलने के चलते संजय दत्त गिरफ्तार हो गये थे और तब सुनील दत्त उनसे मिलने पुलिस स्टेशन गये. उन्होंने पूछा ‘तुमने ये सब क्यों किया?’ इस पर जवाब देते हुए वो कहते है ‘मेरी रगों में मुस्लिम का खून है.’ शहर में जो हो रहा है वो ये सब नही देख सकते थे.
इंटरव्यू में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की बातो का जिक्र
लेखक यासीर उस्मान ने जाने माने मीडिया समूह खलीज टाइम्स को एक इंटरव्यू में कहा जब लोग ये कह रहे थे वो तो रायफल सिर्फ अपने परिवार की सुरक्षा के लिए रख रहा था, तो इस पर मैं एक सीनियर पुलिस ऑफिसर से मिला. उन्होंने मुझसे कहा ‘आप खुद सोचिये वो संजय दत्त है जो देश के पोपुलर स्टार है, उनके पिता सुनील दत्त एक सांसद है. क्या आपको ऐसा लगता है अगर वो हमें फ़ोन करते तो हम उनको सुरक्षा नही देते?’
संजय दत्त ने इस पूरे मामले पर सफाई भी दी कि उन्होंने किसी को भी अपने जीवन पर किताब लिखने के लिये अधिकृत नही किया है और जल्द ही उनकी लाइफ पर एक फिल्म आएगी. जो कुछ समय बाद आयी भी और परदे पर वो फिल्म हिट भी हुई. खैर संजय दत्त को लेकर हमेशा से अलग अलग लोगो की अलग राय बनी रही मगर आज भी वो कई लोगो के लिए हीरो है.