शिवसेना के जाने माने लोकप्रिय नेता संजय राउत जो कभी महाराष्ट्र की सरकार में एक अहम रोल में होते हुए नजर आते थे, सत्ता से बाहर जाते ही उनकी मुश्किल दिन दोगुनी रात चौगुनी रफ़्तार से बढती जा रही है. दरअसल ये मामला है ईडी के द्वारा चल रही जांच का जिसके कारण से उनकी दिक्कते काफी हद तक बढ़ते हुए दिखाई देने लग रही है. दरअसल उनके ऊपर अभी काफी गंभीर आरोप लगे हुए है जिसके ऊपर केन्द्रीय एजेंसियां जांच में लगी हुई है और भ्रष्ट नेताओं पर गाज गिर रही है.
पात्रा चॉल मामला, बुलाने पर भी ईडी के ऑफिस नही गये राउत तो घर पहुँच गये अधिकारी
ये पूरा मामला एमएचआरडीए और आशीष कंस्ट्रक्शन का है. आरोप ये है कि इस कम्पनी ने यहाँ पर रह रहे 672 किराएदारो के लिए जो जमीन पुनार्विकसित होनी थी वो सीधे बिना इनके लिए फ्लैट बनाये बिल्डरों को बेच दी. इस पूरे प्रकरण में कई लोग निशाने पर आ गये है और संजय राउत भी उनमे से एक है.
रिपोर्ट के अनुसार पहले ईडी के द्वारा संजय राउत को दफ्तर में पूछताछ के लिए बार बार बुलाया गया था, मगर वो कुछ न कुछ बहाना बनाकर के टालते चले गये. अब जब मामला कुछ ज्यादा ही बढ़ गया तो सवेरे 12 अधिकारी उनके घर पर पहुँच गये और उनसे पूछताछ करने लगे, खबर है कि कई दस्तावेज भी खंगाले गये है.
ट्विटर पर एक्टिव हुए राउत, बोले सरेंडर नही करूंगा
अपने उपर चल रही कार्यवाही से खफा होकर शिवसेना नेता ने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से लगातार एक के बाद में एक निशाने साधे है. वो कहते है कि ये सब झूठी कार्यवाही है जो दबाने के लिए किया जा रहा है. मैं महाराष्ट्र और शिवसेना को नही छोडूंगा और हमेशा इनसे लड़ता रहूँगा, जो बाला साहेब ने सिखाया है उसी पर आगे चलने की बात भी कही. राउत ने कहा वो ऐसे सरेंडर नही करेंगे.
हालांकि इस पूरे मामले के बीच में संजय राउत के घर में उनके वकील पहुँच गये और ईडी के अधिकारियों ने उन्हें जांच पड़ताल के बाद में अन्दर भी आने दे दिया. वकीलो के आने के पीछे के कारण ये भी माना जा रहा है कि ईडी उन्हें किसी भी वक्त हिरासत में भी ले सकती है.