अभी के दिनों में भारत में हिन्दू धर्म का प्रभाव काफी अधिक बढ़ते हुए नजर आया है और इसके कारण से हम देख ही रहे है कि किस तरह से हर जगह पर घर वापसी के किस्से भी देखने में आ रहे है और ख़ास तौर पर उत्तर भारत में तो ये सब कुछ काफी भारी मात्रा में देखने को मिल ही रहा है. अगर हम अभी की बात करे तो हाल ही में उत्तर प्रदेश में भी एक ऐसी ही घटना देखने में आयी है जिसमे समाज के एक प्रतिष्ठित मुस्लिम समाज के व्यक्ति ने अपना धर्म परिवर्तन करके अपने ही रिश्तेदारों को चौंका दिया.
जमील बने श्रवण कुमार, मन्त्र उच्चारण के साथ धारण किया धर्म
65 साल के अब्दुल जमील रेलवे विभाग में मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक के पद पर कार्य कर रहे थे. उन्होंने रिटायर होने के बाद में अपने धर्म में वापसी करने का निर्णय किया और हिन्दू महासभा के पदाधिकारियों की उपस्थिति में ये सब कार्यक्रम हुआ. अभी वो देवीगंज में रहते है और उनके धर्म में वापसी हेतु हनुमान पूजन और हवन आदि का आयोजन किया गया.
इस पूरे कार्यक्रम के बाद में उन्होंने अपना पुराना नाम अब्दुल जमील का भी त्याग कर दिया और अपना नाम श्रवण कुमार रखा. श्रवण कुमार हिन्दू धर्म में काफी अधिक पावन नाम माना जाता है जो उस बालक के ऊपर रखा गया है जो अपने माता पिता की सेवा में समर्पित होता है.
परिजनों के दबाव के बाद भी नही रुके, इतिहास की गलती सुधारना चाहते थे
जमील बताते है कि उनके पूर्वज हमेशा से राजपूत जाति के लोग थे लेकिन उनके पिताजी ने लड़की पैसे आदि चीजो के बहकावे व प्रलोभन में आकर के मुस्लिम धर्म अपना लिया मगर वो ये सब कुछ पसंद नही करते थे और उन्होंने इस गलती को अपने स्तर पर आकर के सुधारने का निर्णय लिया.
जिसके चलते हुए उन्होंने उनके दावे के अनुसार हिन्दू धर्म में वापसी की है. कई लोग उनके इस कदम की आलोचना कर रहे है तो वही उन्हें बाकी लोगो के लिए भी एक सकारात्मक प्रेरणा बताने का कार्य कर रहे है.