अभी के इन दिनों में भाजपा की प्रवक्ता रह चुकी और काफी अधिक लोकप्रिय नेता नुपुर शर्मा लगातार सुर्खियों में बनी हुई है और इसके पीछे कारण भी है. जिस तेज गति के साथ में उनका मुस्लिम धर्म को लेकर के बयान वायरल हुआ है उसके बाद में देश में रहने वाले कई इससे मजहब से जुड़े हुए लोगो ने और कई खाड़ी देशो ने अपनी तरफ से विरोध दर्ज करवाया जिसके चलते हुए नुपुर शर्मा को पार्टी से भी निलंबित कर दिया गया है लेकिन फिर भी कई लोगो की मांगे थमने का नाम ही नही ले रही है.
अखिलेश बोली निलंबन केवल दिखावा, वैधानिक कार्यवाही हो
भाजपा ने अपनी प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित तो कर दिया है लेकिन इससे सपा के प्रमुख अखिलेश यादव संतुष्ट नही है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नुपुर शर्मा पर केवल दिखावे वाली कार्यवाही न करे बल्कि कोई वैधानिक कार्यवाही करे. जिन लोगो का पहले विवादित बयान को लेकर के निलंबन हुआ था वो लोग आज उत्तर प्रदेश की सरकार में मंत्री बनकर के बैठे हुए है.
वही कांग्रेस ने भी इस कार्यवाही के ऊपर सवाल खड़े करते हुए कहा कि खाड़ी देशो के दबाव में आकर के भाजपा को ये निर्णय लेना पड़ा क्योंकि हमारा उनके साथ में व्यापारिक समबन्ध है. उनके वहां से तेल आता है इस कारण से भाजपा को ये इस तरह का फैसला लेना पड़ा.
क़तर समेत कई देश बना रहे सार्वजनिक माफ़ी का दबाव
आपको मालूम न हो तो बता दे नुपुर शर्मा द्वारा इस्लाम के ऊपर की गयी टिप्पणी के बाद में क़तर समेत कई खाड़ी मुस्लिम देशो ने भारत सरकार से मांग की है कि वो सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगे क्योंकि उनके देश में पैगम्बर साहब का अपमान हुआ है और एक तरह से वो इसमें भारत सरकार को जिम्मेदार मानते है.
कही न कही ये बात हम लोग भी जानते है कि जिस तरह से सब कुछ हुआ है उसे देखकर के इतना तो पता चलता ही है कि सब कुछ अपने आप में बहुत ही ज्यादा आपे से बाहर जा चुका है और अब भाजपा के लिए डेमेज कण्ट्रोल करने में दिक्कत हो रही है.