राम मंदिर के निर्माण को लेकर हिन्दू समुदाय ने काफी अधिक लंबा सफ़र तय किया है और ये साफ़ तौर पर देखा भी जा सकता है. पहले हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में लम्बे समय तक केस लड़ा गया और आखिर में जाकर पक्ष में फैसला हुआ. इस मंदिर के निर्माण को लेकर के काफी लम्बे समय से तैयारियां चल रही थी और बाहरी क्षेत्र का काम तो काफी पहले ही शुरू हो गया था और इसकी शुरुआत में खुद पीएम मोदी भी वहाँ पर उस अवसर पर मौजूद रहे.
गर्भगृह की पहली ईंट रखकर बोले योगी, 500 वर्षो का इन्तजार समाप्त हुआ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माण कार्य का शिलान्यास करने के बाद में बयान देते हुए भावुकता के साथ में कहा 500 सालो का इन्तजार अब जाकर के समाप्त हुआ है. ये सिर्फ मंदिर नही बल्कि राष्ट्रमंदिर होगा. 500 सालो की साधना काफी संघर्ष से भरी हुई थी लेकिन अब जाकर के ये मूर्त का रूप लेने वाली है. जिन लोगो ने हमारी आस्था के ऊपर प्रहार किया था वो अब हार गये है और अब आखिर में भारत की जीत हुई.
तराशे गये पत्थरों का भी होगा उपयोग
आपको मालूम ही होगा कि काफी लम्बे समय से बहुत से कारीगर मंदिर के निर्माण के लिए पत्थर तराशने का काम कर रहे थे उनका भी अब मंदिर के मूल भाग के निर्माण के लिए उपयोग में लिया जाएगा. हालांकि पहले इसको लेकर के संशय होने लगा था पर अब इसकी पुष्टि आ चुकी है और राम भक्तो के लिए ये काफी प्रसन्नता का विषय भी है.
अभी जो जानकारी मिली है उसके अनुसार 2023 तक गर्भगृह का निर्माण पूरा हो जायेगा और मंदिर में एक अलग ही निखार नजर आ जाएगा. इस मंदिर के सम्पूर्ण कार्य को पूरा होने में अभी भी वर्ष 2025 तक का वक्त लग जायेगा, हालांकि उससे पहले ही ये स्थान दर्शनीय स्थल के रूप में काफी हद तक विकसित हो गया होगा और काफी टूरिज्म भी विकसित होगा.
योगी आदित्यनाथ खुद भी निजी तौर पर अक्सर मंदिर के कार्य से जुड़ा सर्वेक्षण करते हुए दिखाई देते रहते है यानी सरकार भी पूरे अच्छे से काम को मॉनिटर कर रही है.