अब धीरे धीरे राजस्थान में चुनाव नजदीक आ रहे है और इसको लेकर के लोग अपनी गणित काफी अधिक तेजी से लगा रहे है. अब क्योंकि भाजपा पांच साल तक सत्ता से बाहर रही है और पिछले वर्षो में गहलोत सरकार कुछ ख़ास कमाल कर नही सकी है तो इसी के चलते हुए भाजपा काफी उम्मीदों से अगले चुनावों को देख रही है और ये अपने आप में बहुत ही अधिक ख़ास होने वाला है क्योंकि इस बार गुटबाजी को खत्म करने के लिए के बड़ा निर्णय लिया गया है जो लगभग अधिकतर नेताओं को पसंद आ ही जायेगा.
वसुंधरा नही होगी इस बार पार्टी का चेहरा, पीएम मोदी को आगे करके लड़ा जाएगा
चुनाव राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अभी हाल ही में स्पष्ट करते हुए कहा कि इस बार पार्टी में किसी और को पार्टी में चुनावी चेहरा नही बनाया जाएगा, बल्कि खुद प्रधानमंत्री मोदी ही सबसे बड़ा फेस होंगे. यानी इस बार राजस्थान में भाजपा पीएम मोदी के फेस पर चुनाव लड़ने जा रही है और ये फैसला पहले ही कर दिया गया है.
दरअसल माना जाता है कि पिछले चुनावों में मोदी की लहर होने के बाद भी भाजपा के चुनावों में हार जाने के पीछे का कारण कही न कही वसुंधरा राजे के प्रति लोगो में नाराजगी रही और इसी कारण से पार्टी अब फिर से वही गलती दोहराना नही चाह रही है. अब कही न कही आखिर में इतना तो तय हो ही गया है पार्टी में गुटबाजी को काफी अच्छे से निपटाने की तैयारी हो चुकी है.
वसुंधरा समर्थक कर रहे इनकार
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक अभी नही चाहते कि पार्टी में जो भी दुसरे बड़े समूह उभर रहे है जो कही न कही अपने पक्ष के नेता को सीएम पद पर देखना चाहते है वो बड़े स्तर पर सामने आ जाए और इसी कारण से अपना दबदबा बनाये रखने की मंशा से ये पीएम मोदी को चेहरा मानने से ही मना करते हुए नजर आये.
खैर अभी आखिर में निर्णय तो हाई कमान को ही लेना है कि आखिर में किसको क्या निर्णय लेना है? खैर जो भी है अभी के लिये इस फैसले से यही समझा जा सकता है कि वसुंधरा राजे को धीरे धीरे साइड लाइन किया जा रहा है.