अभी के इन दिनों में पूर्व क्रिकेटर और जाने माने नेता नवजोत सिंह सिद्धू की मुसीबते कम होने का नाम नही ले रही है. जिस तरह से वो आये दिन राजनीतिक रूप से पिछड़ते जा रहे है और उनके हाथ से पंजाब की राजनीतिक कमान छूट रही है वो उनके राजनीतिक करियर के लिए काफी बुरा नजर आ रहा है. मगर इन सबके बीच में उनके लिए एक और बड़ी बुरी खबर आयी है जिसके चलते हुए उनके एक साल की सजा खुद सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सुनायी गयी है.
34 साल पुराना मामला, सुप्रीम कोर्ट ने अपना पुराना फैसला बदला
ये घटना अभी की नही बल्कि आज से 34 साल पहले की है. उस समय सिद्धू की पटियाला में एक व्यक्ति के साथ में पार्किंग को लेकर के लड़ाई हो गयी थी और उस दौरान उन्होंने ऐसा हाथ चलाया कि इसके चलते हुए उस व्यक्ति की जान ही चली गयी. उस आदमी का नाम गुरनाम सिंह बताया जा रहा है और इस पूरे मामले में पहले हाई कोर्ट ने सिद्धू को तीन साल की सजा सुनायी थी जिसे उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में चेलेंज किया था.
परिवार की पुनर्विचार याचिका पर बदला गया फैसला
दरअसल इसके बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा को कम करते हुए महज एक हजार का जुर्माना लगाकर के छोड़ दिया मगर फिर गुरनाम सिंह के परिवार ने एक पुनर्विचार याचिका फिर से दायर कर दी. सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर पूरी तरह से सोच विचार किया और इसके बाद में अपना ही फैसला फिर से पलटते हुए उन्हें एक साल की कैद की सजा सुनायी है.
कही न कही नवजोत सिंह सिद्धू के लिए ये काफी बड़े झटके के जैसा ही है क्योंकि किसी ने भी इस तरह की उम्मीद नही की थी कि इतनी पुरानी तीन दशक से भी ज्यादा लम्बी बात उनके लिए इस तरह की दिक्कत अब जाकर के इस उम्र में पैदा करने वाली है लेकिन पुराने कर्म कभी पीछा नही छोड़ते है.
खैर अभी तक खुद सिद्धू या फिर उनके परिवार की तरफ से इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देखने में नही आयी है. इन दिनों में वो काफी ज्यादा मुसीबतों में तो है ही, साथ में एक और दिक्कत भी आ गयी है.