अभी के इन दिनों में नवनीत राणा बहुत ही अधिक लोकप्रिय नेता बन चुकी है और अभी के दिनों में शिवसेना से उनका एक तरह से जिस तरह से सामना हुआ है उसने राष्ट्रीय स्तर पर छाप छोड़ दी है इस बात में भी कोई संशय नही है. अगर हम लोग अभी की बात करते है तो फिलहाल के दिनों में नवनीत राणा जेल से निकलकर के वापिस आयी है और हाल ही में उन्हें हॉस्पिटल से भी डिस्चार्ज किया गया है, तत्पश्चात जब उन्हें मीडिया से मुखातिब होने का मौक़ा मिला तो उन्होंने सीढ़ी चुनौती दे दी.
नवनीत राणा की चुनौती, उद्धव ठाकरे मेरे सामने लड़कर दिखाए चुनाव
जेल से बाहर आने के बाद में नवनीत राणा को हॉस्पिटल भेजा गया था जहाँ से छुट्टी मिलने के बाद में उन्होंने प्रेस से बात करते हुए कहा कि हनुमान चालीसा पढने के लिए तो मैं 14 दिन ही नही बल्कि पूरे 14 वर्षो के लिए जेल में रहने के लिए तैयार बैठी हूँ. मैं उद्धव ठाकरे को आज ये चुनौती देती हूँ कि अगर हिम्मत है तो महाराष्ट्र में कही से भी चुनाव लड़कर के दिखाए और मैं उनके खिलाफ खड़ी हो जाउंगी.
आगे नवनीत राणा कहती है कि अब मैं नगर निगम के चुनावों में जनता के बीच में पूरी शक्ति के साथ में जाने वाली हूँ और तब लोग इन्हें बतायेंगे कि भगवान् राम का नाम लेने वालो को तंग करने वालो के साथ में क्या होता है? ऐसा लगता ही नही है कि महाराष्ट्र में कोई मुख्यमंत्री है, वो कही जाते नही किसी से मिलते नही.
हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर हुई थी गिरफ्तारी
आपको अगर मालूम हो तो दो हफ्ते पहले नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढने की कोशिश की थी जिसके बाद में उन्हें अरेस्ट कर लिया गया और फिर तब से वो कोर्ट के चक्कर ही लगाते हुए दिखाई दे रहे है और ये हम अच्छे तरीके से देख भी चुके है.
खैर बाकी तो अब जो कुछ भी है इस तरह से सब कुछ बदलाव के रूप में दिखाई दे ही रहा है कि महाराष्ट्र की राजनीति अब पहले की तरह बिलकुल भी नही रही है.