राजस्थान अपनी शान्ति और सम्पन्नता के लिए हमेशा से ही विख्यात रहा है और चाहे कांग्रेस का शासन रहा हो या फिर भाजपा का लेकिन यहाँ पर आम तौर पर धर्मो के बीच में न के बराबर टकराव देखने को मिलता रहा है. मगर पिछले कुछ दिनों में राजस्थान में जो कुछ भी देखने में आया है उसके बाद से बहुत ही अधिक बड़ी संख्या में भाजपा के लोग राजस्थान में एक्टिव होते हुए नजर आ रहे है. पहले करौली की घटना और फिर इन दिनों में जोधपुर काफी अधिक चर्चा में बना हुआ है.
ईद से ठीक पहले देखने को मिला दो समुदायों में टकराव
अभी हाल ही में राजस्थान के जोधपुर शहर में ईद से ठीक पहले हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के बीच में कहासुनी हो गयी और देखते ही देखते आपस में एक दुसरे पर पत्थर आदि फेंकने और गाडी के शीशो को नुकसान पहुंचाने जैसी घटनाएं देखने को मिली. दोनों तरफ से एक दुसरे पर आरोप लगते हुए दिखे और इसी बीच प्रशासन ने मोर्चा संभालते हुए पूरे शहर में कर्फ्यू का माहौल कर दिया.
शहर के मुख्य इलाको पावटा, नयी सड़क और जालौरी गेट के आस पास क्षेत्र में कई सडको को पुलिस बल के द्वारा ब्लाक कर दिया गया और भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात हुए. शहर में काफी लम्बे समय के लिए इन्टरनेट की सुविधा भी रोक दी गयी मगर इसके कारण से भाजपा को एक और मौक़ा जरुर मिल गया है.
शेखावत पहुंचे लोगो के बीच, राज्यवर्धन ने भी साधा निशाना
इस पूरी घटना को अब भाजपा अपने हिसाब से देखने में लग गयी है. मोदी सरकार के मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत खुद ही लोगो के बीच में पहुँच गये और हिन्दू समुदाय के लोगो से बातचीत करते हुए दिखे. उन्होंने यहाँ पर जोधपुर इस हालत में था और गहलोत गुलदस्ते ले रहे थे. उन्होंने प्रशासन पर भी दबाव में काम करने के आरोप लगा दिए.
वही भाजपा के सांसद और नेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने तो इस पूरी घटना और सरकार की तुलना औरंगजेब से ही कर दी. कही न कही भाजपा इस पूरे मामले को अपने हिसाब से हवा देने में लग गयी है वही दूसरी तरफ कांग्रेस की सरकार डिफेंसिव मोड में आ गयी है.