देश में प्रधानमंत्री से लेकर यूपी तक के सारे चुनाव हो चुके है और अब हम उस दौर से होकर गुजर रहे है जहाँ पर हम देख सकते है कि देश को जल्द ही नया सर्वोच्च नागरिक मिल सकता है. हम बात कर रहे है राष्ट्रपति चुनावों की जो आने वाले वक्त में होने जा रहे है और कही न कही इसको लेकर के हर कोई काफी अधिक उत्साहित भी है क्योंकि आखिर में देश के हर बड़े फैसले की मंजूरी देने वाली शक्ति इसी पद में समाहित होती है तो ये पद अपने आप में काफी अधिक महत्वपूर्ण होता है.
वेंकेया नायडू समेत तीन और नामो के ऊपर चर्चा गरम
अभी मोदी सरकार किसे राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनायेंगे इसे लेकर के तो काफी अधिक नाम है जो खबरों में बने हुए है लेकिन कुछ नाम सूत्रों के चलते हुए बाहर आ रहे है और इनको उम्मीदवार बनाया जाएगा इसकी संभावना सभी अधिक मानी जा रही है जिसमे पहला नाम तो वर्तमान उपराष्ट्रपति वेंकेया नायडू का चल रहा है क्योंकि वो एक अच्छे प्रशासक रहे है.
इसमें अगला नाम थावर चंद गहलोत का चल रहा है. वो भाजपा में एक बड़ा चेहरा रह चुके है और संघ के करीबी होने के कारण से उन्हें इसमें फायदा मिल सकता है. वही इसके बाद में आगे का नाम सुरेश प्रभु का भी आ रहा है जो मोदी सरकार में मंत्री पदों पर रहते हुए काफी अच्छे प्रशासनिक कार्य कर चुके है वही अगला नाम इसमें गोपाल नारायण का भी है. गोपाल नारायण को राष्ट्रपति बनाने से उनकी साख बिहार में अधिक बढ़ सकती है.
बेहतरीन रहा राष्ट्रपति कोविंद का कार्यकाल
अभी तक राष्ट्रपति कोविंद रहे है जो भी एक दलित परिवार से आते है और उन्हें प्रेसिडेंट बनाकर के कही न कही भाजपा ने दलित लोगो को अपनी तरफ खींचने की कोशिश भी की है और इसमें वो कामयाब हो पायी या फिर नही ये तो अपने आप में एक गुत्थी ही है.
मगर अभी के लिए भाजपा और मोदी सरकार राष्ट्रपति चुनावों को लेकर के काफी अधिक एक्टिव हो चुकी है और हम काफी बेहतरीन तरीके से देख व समझ भी सकते है कि किस तरह से सब लोग इस पर नजरे गडाये हुए बैठे है.