योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही वो लगातार अपने कार्यो को कुछ इस तरह से कर रहे है जिसके चलते हुए उनकी तारीफ़ में लोग पुल बांधते नही थकते है. उनके कई कार्य राज्य में क़ानून व्यवस्था बनाने के लिए तो कई सारे लोग ऐसे भी है जो इससे सीधे तौर पर लाभान्वित हुए है. कही न कही सीएम योगी आदित्यनाथ का लक्ष्य यही रहता है कि लोगो को निजी तौर पर भी फायदा हो और उनके जीवन में परिवर्तन आये. उसी कड़ी में एक और बड़ा निर्णय लिया गया है जो साधू संतो से जुडा हुआ है.
प्रदेश में बनेगा पुरोहित कल्याण बोर्ड, साधु संतो के लिए काम करेगा
अभी हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में पुरोहित कल्याण बोर्ड की घोषणा कर दी है. ये मुख्य रूप से संतो, पुजारियों और साधुओ के हितो और उनके कल्याण के लिए बनाया गया है जिसका कार्य उनके मानदेय हेतु कार्य करना, उनके बीमा का ध्यान रखना, मूलभूत सुविधाओं की उपस्थिति को सुनिश्चित करना और उनके हितो हेतु और भी चीजो का ध्यान रखना रहेगा.
इसके अलावा यहाँ के जरिये संस्कृत पढने पढ़ाने वालो को भी अच्छे स्तर पर प्रमोट किया जायेगा व स्कॉलरशिप आदि को लेकर के भी बातचीत चल रही है. कही न कही ये बोर्ड संस्कार और संस्कृति को बेहतर बनाने के ऊपर कार्य करने वाला है. इसके चलते हुए साधू संत आदि योगी आदित्यनाथ के इस फैसले की काफी अधिक सराहना भी कर रहे है.
गठन को लेकर भी बाते बतायी
सरकार ने इस बोर्ड के गठन को लेकर के भी बाते स्पष्ट की है जिसके अनुसार इस बोर्ड में कितने सदस्य होंगे ये तो अभी फिक्स नही किया गया है लेकिन इसमें कुछ लोग सरकार के रहेंगे और कुछ लोग धार्मिक क्षेत्र के भी रखे जायेंगे और दोनों के सामजस्य व सहमति के साथ में इस बोर्ड का संचालन किया जायेगा.
इससे वृद्ध संतो साधुओ को अच्छा खासा लाभ मिल सकता है और योगी आदित्यनाथ को इससे कुछ हद तक हिन्दू समाज से वोट का लाभ तो मिलने ही वाला है इस बात में कोई संशय नही है.