अभी जिस तरह की घटनाएं देश की राजधानी दिल्ली में देखने में आयी है वो कही न कही चिंता तो कई लोगो को दे ही देती है क्योंकि जिस तरह से चीजे कार्य करती है वो अपने आप में बहुत ही अधिक अजीब है. खैर जो भी है एमसीडी ने इस क्षेत्र में बुलडोजर चलाया और फिर कई अतिक्रमण को हटाया भी गया लेकिन सुप्रीम कोर्ट का आर्डर आने के चलते बीच में ही रोक लगानी पड़ी और अभी के लिए मामला ऐसे ही बीच में अटक गया है. अब क्योंकि पूरे मामले का राष्ट्रीयकरण हो चुका है तो ऐसे में प्रतिक्रियाएं आना भी स्वाभाविक है.
मायावती बोली, जो उचित दोषी है उन पर हो कार्यवाही
देश भर में जो भी गलत निर्माण है उनके ऊपर बुलडोजर चलाए जा रहे है उसमे गरीब भी पिस रहे है. उन अधिकारियों के ऊपर भी कार्यवाही हो जिनके भ्रष्टाचार के कारण से ये निर्माण बन पाए. गरीब लोग पिस रहे है ये उचित नही है जो मूल दोषी है उनके ऊपर कार्यवाही हो.
आगे मायावती कहती है कि जब धर्म को इसके लिए इस्तेमाल किया जाएगा तो इससे सद्भाव खत्म होगा और जो भी देश विरोध करने वाले शक्तियां है वो इसका गलत फायदा उठा सकती है. मायावती खुलकर के यहाँ पर भाजपा की आलोचना नही कर पा रही है और इसके पीछे उनके चाहे जो भी कारण रहे हो लेकिन वो ये चिंता जता रही है कि कही देश विरोधी ताकते इससे फायदा न उठा ले.
ओवैसी और राहुल समेत बाकी नेता भी दे रहे बयान
इस पूरे मामले के ऊपर कई और भी बड़े नेता जैसे ओवैसी और राहुल आदि भी अपनी तरफ से बयान दे रहे है. जहां एक तरफ असुसुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार बिना नोटिस के कैसे यूँ ही कार्यवाही कर सकती है? वही राहुल ने तो इसे संविधान के ही खिलाफ बता दिया है.
कही न कही इस पूरी घटना को देखते हुए एक बात तो साफ़ हो ही जाती है कि जो कुछ भी हो रहा है