पिछले कुछ समय में भारत ने कई मामले ऐसे देखे है जिसके कारण से आम जन को सिर्फ असुविधा हुई बल्कि साथ ही साथ में आस पास का माहौल खराब होने से लेकर कई जगहों पर अच्छा ख़ासा सरकार को नुकसान भी उठाना पड़ा. हम शाहीन बाग़ जैसे मामलों की बात कर रहे है जो अपने आप में बहुत ही अधिक चर्चा में रहे है और जब ऐसे मसले आते है तो फिर एक संगठन का नाम तो हमेशा से ही सामने आ रहा है और उसका नाम है पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया.
पीएफआई पर लग सकता है प्रतिबन्ध, केन्द्रीय एजेंसियां रख रही नजर
अभी हाल ही में एक बड़ी मीडिया रिपोर्ट सामने आयी है जिसने पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े हुए लोगो को बहुत ही बुरी खबर देने का कार्य किया है. इसके अनुसार सरकार बहुत ही अधिक संभावना है कि आने वाले हफ्तों में पीएफआई पर बैन ही लगा दे और इस सम्बन्ध में सूत्र बताते है कि कार्यवाही भी चल रही है जिसको लेकर के फ्रेमवर्क पर कार्य हो रहा है.
मीडिया समूहों की रिपोर्ट के अनुसार पीएफआई के ऊपर केंद्र की जांच एजेंसियां काफी लम्बे समय से अपनी नजर लगाये हुए है और इनकी जो कोई भी गतिविधियाँ चल रही है उनके ऊपर देखा जा रहा है कि ये किस तरह से कार्य करती है? इसके बाद में सब जांचे आदि पूरी होने के बाद में ही सरकार इतना बड़ा क्रैकडाउन करने वाली है.
देश में लोगो के बीच तनाव बढाने के आरोप
पीएफआई एक ऐसा संगठन है जिसके ऊपर लगातार देश में अलग अलग घटनाओं के माध्यम से लोगो के बीच में और समूहों के बीच में तनाव बढ़ाने के आरोप लगते रहे है. एनआईए और आईबी ने भी एक डोजियर इस मामले को लेकर गृह मंत्रालय को भेजा था और इसके बाद में एक दस्तावेज इस पर तैयार किया गया था.
हमेशा से ही इस संगठन की भूमिका संदेह के घेरे में रही है और ख़ास तौर पर जब सीएए के विरोध में प्रदर्शन हुए थे तो उसमें इसकी भूमिका को एक कारण माना गया और तब से ही एजेंसियों ने इस पर नजर बनानी शुरू कर दी थी.