दुनिया अब धीरे धीरे करके एक समान्य दौर में जा रही है और हम ये देख भी रहे है. जो भी करोना के कारण से दिक्कते आ रही थी वो काफी हद तक सामान्य हो गयी, फिर दुसरे स्तर पर बात करे तो आर्थिक व्यवस्थाएं भी दुबारा से पटरी पर आने लगी थी और अब लग रहा था कि दुनिया एक बार फिर से पटरी पर आ गयी है. लोगो का जीवन सामान्य हो सकता है लेकिन असल में बात करे तो ऐसा कुछ भी होते हुए अभी के नजरिये से नजर नही आ रहा है.
चीन में फिर से बढ़ गये केस, आर्थिक राजधानी तक प्रभावित
पिछली बार की तरह चीन में एक बार फिर से बड़ी लहर करोना के केसेज की देखने में आ रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार अभी तो ये मामला चीन की सबसे सुरक्षित कहे जाने वाले शंघाई में फ़ैल गया है. खबरो की माने तो इस शुक्रवार तक चीन की आर्थिक राजधानी यानी शंघाई में लॉकडाउन भी लागू कर दिया गया है ताकि चीजो को सामान्य करने का प्रयास किया जा सके.
पिछले लगभग दो से तीन हफ्तों से ही इस देश के छोटे बड़े शहरो से केस फैलने की खबरे आ रही थी और इस कारण से लोग काफी हद तक चिंतित भी थे. चीन पर आरोप अक्सर ही लगता है कि ये विश्व के बाकी देशो को अँधेरे में रखते है और इस कारण से वो बिना तैयारी के रह जाते है और ये केस अन्य देशो में भी फ़ैल जाते है.
भारत के लिए चिंता का विषय
अभी भारत सरकार भी काफी हद तक अलर्ट हो गयी है क्योंकि आज से दो वर्ष पहले भी चीन में इसी तरह की एक लहर आयी थी और उसकी चपेट में फिर भारत भी आ गया और आज तक न सिर्फ हिन्दुस्तान में लाखो लोगो ने अपनी जान इसके कारण से खो दी है बल्कि आर्थिक हालत भी काफी हद तक खराब हो गयी है. ऐसे में हर किसी को चिंता यही है कि दो साल पहले जो इतिहास में हुआ वो कही फिर से रिपीट न हो जाए.
अभी चीन से विश्व के लोग उम्मीद यही कर रहे है कि अगर फिर से केस बढ़ने लगे है तो वो कम से कम कुछ पारदर्शिता रखते हुए विश्व के लोगो को पूरे मामले से अवगत करवाए ताकि सब अपने हिसाब से तैयारी कर सके.