अभी देश में लगातार कई मामलो में ऐसे निर्णय वाकई में लिये जा रहे है जो बहुत हद तक बहुप्रतीक्षित थे. ये बात हम लोग भी काफी हद तक जानते है और अगर अभी की बात की जाये तो फिलहाल में राज्य सरकारों के द्वारा भी कई ऐसे निर्णय लिए जा रहे है जो अपने आप में काफी अधिक सराहे जा रहे है. हम अभी के हिसाब से बात करते है तो फिलहाल में मध्य प्रदेश की सरकार भी एक बड़ा व सकारात्मक कदम उठाते हुए नजर आ रही है और ये बड़ा ही ख़ास भी है.
हिंदी में भी पढ़ सकेंगे एमबीबीएस की डिग्री, शिवराज सरकार का ऐलान
अभी हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बड़ा ऐलान किया है जिसके तहत मेडिकल की यानी डॉक्टर की बेचोलर ऑफ मेडिसिन की होने वाली पढ़ाई को बच्चे अंग्रेजी के अलावा हिंदी भाषा में भी कर सकेंगे. हालांकि अभी तक उन्होंने इसके पाठ्यक्रम और बाकी चीजो पर कोई स्पष्ट जानकारी नही दी है लेकिन जल्द ही इस पर भी काफी कुछ पत्ते खोल दिए जाने वाले है.
हालांकि अभी खबर आ रही है कि इसको लेकर के एक कमिटी गठित होगी और किस तरह से सब कुछ किया जाना है इस पर भी चर्चा होगी. शिवराज सिंह ने अपने बयान में ये भी कहा कि दुनिया का हर देश अपनी भाषा में पढाई कर रहा है, तो फिर हम ऐसा क्यों नही करे? इसी के साथ में उन्होंने काफी बड़ी सौगात दी है.
फायदा भी लेकिन समस्याएँ भी अधिक
हालांकि इससे गाँव देहात से आने वाले और हिंदी मीडियम में पढने वाले बच्चो को काफी अधिक राहत मिलेगी लेकिन साथ ही साथ में टेक्नीकल दिक्कते आनी की भी पूरी पूरी संभावना है. विश्व भर के कई मेडिकल टर्म और चीजे है जिनका हिंदी के साथ में सामजस्य बिठाना होगा और इसमें हल्की सी भी उंच नीच की गुंजाइश नही रखी जा सकती है.
ऐसे में मध्य प्रदेश की सरकार किस तरह से इस चीज को हेंडल करती है ये अपने आप में देखने वाली बात ही होगी. खैर अब बाकी तो जो कुछ भी हो सकता है वो समय के साथ में देखने में आने ही वाला है.