योगी आदित्यनाथ एक बार फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हो चुके है और उनकी केबिनेट काम पर लग चुकी है. जाहिर तौर पर अब शपथ ग्रहण का समारोह पूरा हो चुका है और योगी सरकार के कंधो के ऊपर लोगो की उम्मीदे और जिम्मेदारी है जिन्हें उनको किसी भी कीमत पर पूरा तो करना ही पड़ेगा. बस इसी के चलते हुए सरकार एक बार फिर से काम पर लग चुकी है और काफी हद तक लोगो की इच्छाओं के अनुसार काम करते हुए दिखाई दे रही है जिसकी झलक पहले फैसले में नजर आ रही है.
योगी सरकार ने फ्री राशन योजना को और आगे बढ़ाया
आपको मालूम हो तो करोना के समय में उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी में रहने वाले जरूरतमंद लोगो के लिए मुफ्त राशन योजना शुरू की थी जिसके तहत लोगो को मुफ्त में अनाज दिया जा रहा था ताकि लोगो को फायदा मिल सके. अब ये योजना समाप्त हो गयी थी और लोगो को लग रहा था कि चुनाव खत्म हो चुके है तो अब ये योजना आगे नही बढ़ने वाली है मगर ऐसा नही हुआ.
सिर्फ चुनावी झरोखा नही थी मुफ्त राशन योजना, आगे भी चलेगी
योगी केबिनेट ने मुफ्त राशन योजना को आगे के लिए एक्सटेंड करके ये तो स्पष्ट कर दिया है कि मुफ्त में जो राशन गरीबो को दिया जा रहा है वो कोई चुनावी झरोखा नही था कि सरकार बनने के बाद में इसे बंद कर दिया जायेगा. ये जरूरत वाले लोगो के लिए अभी चलती रहेगी और संभावित तौर पर तब तक चल सकती है जब तक सरकार को भरोसा नही हो जाता कि लोग दुबारा से सबल बन चुके है.
इससे सीधे तौर पर पंद्रह करोड़ लोगो को फायदा मिलने की उम्मीद है. कई लोग मुफ्त में अनाज बांटने को लेकर सरकार की आलोचना भी करते है तो बहुत ही बड़ी संख्या में लोग ये कहते हुए भी नजर आ रहे है कि खाना मिलने के बाद में व्यक्ति अपने कमाई के पैसे को कही दूसरी जगह पर बेहतर निवेश में जैसे शिक्षा आदि में लगा सकता है और इससे एक तरीके से प्रदेश की ही प्रगति होगी.
खैर अभी के लिए मुफ्त में अनाज का आनंद उठाने वालो को कुछ और महीनो के लिए राहत जरुर मिल गयी है. माना जाता है इस योजना ने योगी सरकार को चुनावों में भी सीधे तौर पर लाभ पहुंचाया था.