अभी विश्व में जो स्थिति बन रही है वो अच्छी तो किसी भी एंगल से नजर नही आ रही है और ये बात हम लोग भी बखूबी समझ पा रहे है. एक बात कही जा सकती है कि रूस के अचानक से किसी दुसरे देश में घुसने के कारण से चीजे काफी अधिक बदतर स्थिति में पहुँच गयी है. दुनिया में हर तरफ चिंता का माहौल है क्योंकि ये दोनों ही देश ग्लोबल सप्लाई चैन से लेकर अर्थव्यवस्था में काफी अधिक महत्त्वपूर्ण है और इनके न होने से काफी सारी दिक्कते आ रही है. हर कोई चाह रहा है कि अब तो शान्ति हो जाये.
इजरायल के प्रधानमंत्री पहुंचे मास्को, शान्ति स्थापित करने की कोशिश
खबर के अनुसार इजरायल के पीएम नेफ्ताली बेनेट अभी हाल ही में रूस की राजधानी में पहुंचे थे और उन्होंने पुतिन से बंद कमरे में कई घंटो तक मुलाक़ात की है. इस मुलाक़ात को लेकर के कयास यही लगाये जा रहे है कि ये अभी फिलहाल क्षेत्र में शान्ति को स्थापित करने की एक कोशिश है और जब इजरायल कोई कदम उठाता है तो फिर वो ऐसे ही नही होता है. इसके जरिये वो काफी कुछ हासिल कर भी लेता है.
कई घंटो तक पुतिन से बात करने के बाद में नेफ्ताली बेनेट जर्मनी भी गये थे और वहां पर जाकर के उन्होंने जर्मनी के चांसलर से भी मुलाक़ात की जो अभी रूस के खिलाफ सबसे अधिक मुखर होकर के बोल रहे है. ऐसे में इजरायल क्या अपनी सॉफ्ट पॉवर इस्तेमाल करके इस झगडे को शांत करवा पायेगा? ये अपने आप में देखने वाली बात ही होगी.
अभी के लिए स्थिति गंभीर, मगर कोई मानने को तैयार नही
फिलहाल के लिए इजरायल तो सीधे रूस तक पहुँच गया है लेकिन भारत से लेकर और भी कई सारे देशो के राष्ट्राध्यक्ष है जिन्होंने रूस में फोन मिलाकर के सीधे तौर पर पुतिन से शान्ति के रास्ते पर आने के लिए कहा है और इस बात को माना भी है कि सब कुछ ठीक तरीके से होना चाहिये.
कही न कही ये चीज अपने आप में बहुत ही अधिक महात्वपूर्ण है कि इजरायल जैसे देशो के प्रयास काम आये और आगे चलकर के चीजे पहले की तुलना में अधिक शान्ति से भरी हुई हो जाए क्योंकि अगर ऐसा नही होता है तो दुष्परिणाम काफी अधिक लम्बे हो सकते है.