अभी हाल ही में विश्व में जो कुछ भी हुआ है वो अपने आप में बहुत ही अधिक बड़ा मामला माना जा रहा है. जिस तरह से रुश ने अचानक से एक छोटे से देश के ऊपर कब्जा करने की कोशिश की है उसके बाद में उम्मीद तो कम ही लोगो को नजर आ रही थी क्योंकि हालात काफी अधिक बुरे किस्म के नजर आ रहे है. मगर इन सबके बीच में कुछ एक ऐसे डेवलपमेंट हुए है जिसने अपने आप में लोग चिंतित है क्योंकि मानवता को ही सबसे अधिक नुकसान देखने को मिला है.
जेलेसकी ने कहा हम अपना देश छोड़कर कही नही जायेंगे, हम मैदान में है
अभी हाल ही मे यूकरेन के राष्ट्रपति जेलेसकी ने एक विडियो जारी किया और उन सारी अफवाहों का खंडन किया जिसमे कहा जा रहा था कि वो तो अपने देश को छोड़कर के भाग गये है और किसी और जगह पर बसने की कोशिश में है. इस पर उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि न सिर्फ मैं बल्कि मेरे सारे नेता और घर वाले सब लोग यही पर ही है.
हम लोग कीव को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे है और जो भी बन सकेगा वो कोशिश भी कर रहे है. कही न कही जो भी बाते उनके द्वारा कही गयी है उसके बाद में लोग अफगानिस्तान को याद कर रहे है जहाँ पर तालिबान का कब्जा होते ही पूरे सेना ने न सिर्फ सरेंडर किया था बल्कि राष्ट्रपति अशरफ गनी भी वहां से भाग गये थे. जबकि यहाँ पर राष्ट्रपति ने बहादुरी का परिचय दिया है.
आगे का रास्ता नही होगा आसान
अगर हम स्थिति को देखे तो जिन लोगो से वो लोहा ले रहे है उनकी सेना अपने आप में बहुत ही अधिक विशाल है और अभी जेलेस्की की मदद के लिए कोई दूसरा देश आगे भी नही आ रहा है, ऐसी स्थिति में इतना तो हम कही न कही मान ही सकते है कि चाहे वो टिके हुए है लेकिन उनकी मुसीबते कम नही होने वाली है.
हालांकि यूरोप और अमेरिका इस छोटे से देश को विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचो के जरिये समर्थन दे रहे है और रूस के ऊपर आर्थिक प्रतिबन्ध भी लगा रहे है ताकि किसी तरह से उनको हतोत्साहित किया जा सके.