अभी फ़िलहाल देश भर में एक बात को लेकर काफी अधिक विवाद छिड़ा हुआ है और ये बात हम लोग भी बखूबी देख व समझ रहे है. जिस तरह से अभी हाल ही में कर्नाटक के शिक्षण संस्थानों में हिजाब को बैन करने के ऊपर विवाद छिड़ा है उसके बाद में ये मध्य प्रदेश से होते हुए देश के बाकी राज्यों में भी फ़ैल गया है और कई लोग इसके पक्ष में है तो कई लोग इसका विरोध भी कर रहे है. ऐसे में सीएम योगी जैसे एक प्रतिष्ठित व्यक्ति और नेता का ओपिनियन अपने आप में काफी अधिक मायने रखता है.
योगी जी बोले, संस्थाओं की बात आएगी तो सबको क़ानून मानने ही पड़ेंगे
अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक इंटरव्यू दिया जिसमे उन पर शिक्षण संस्थानों में हिजाब के बैन किये जाने के ऊपर सवाल किया गया तो फिर इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारत की जो भी व्यवस्था है वो संविधान के हिसाब से ही चलनी चाहिए, हम लोग अपनी व्यक्तिगत आस्था और जो भी हमारी मान्यता है उसे देश और उसकी संस्थाओं के ऊपर लागू नही कर सकते है.
अब आप ही बताइये क्या उत्तर प्रदेश में सब कर्मचारियों को ये बात बोल सकता हूँ कि आप लोग भगवा रंग के कपडे ही पहने? क्या कभी कोई सेना में ये बात कह सकता है कि हम लोग अपने हिसाब से चल सकते है, आपको देश और संस्थाओं का क़ानून आदि मानना ही होगा और उस हिसाब से चलना पड़ेगा.
फिर से बहुमत का भरोसा वही सीएम योगी ने ये भी कहा है कि हमें अपने काम पर पूरा भरोसा है और जब से चुनाव के प्रथम चरण से गुजरे है उसके बाद से ये बात और भी ज्यादा पक्की हो गयी है कि उत्तर प्रदेश में फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही बनने जा रही है.
कही न कही ये बात तो हम लोग भी बेहतर तरीके से जानते और समझते है कि यूपी की राजनीति में ऐसे बयान काफी अधिक मायने रखते है और इससे कही न कही वोट बैंक भी काफी हद तक प्रभावित होते है.