अभी पंजाब में भी चुनाव होने जा रहे है और इससे पहले हर कोई अपनी अपनी राजनीतिक तैयारियां अपने हिसाब से कर रहा है ताकि जीत हार को उसी के अनुसार तय भी किया जा सके. कही न कही ये आवश्यक भी है और ये बात हम भी बखूबी जानते है, अगर अभी की बात की जाए तो फिलहाल पंजाब सीएम पद तो एक ही है लेकिन उसके कई सारे दावेदार है और हर किसी को अपने पार्टी के हाई कमान पर ही निर्भर रहना पड़ता है क्योंकि निर्णय तो आखिर में उनको ही लेना पड़ता है.
फिर से चन्नी होंगे सीएम उम्मीदवार, सिद्धू हुए साइड
अभी हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने आने वाले चुनावों के लिए अपनी तरफ से मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा कर दी है और ये कोई और नही बल्कि फिर से चरणजीत सिंह चन्नी ही होने वाले है. उन्हें पहले कुछ समय काल के लिए पिछली सरकार में कैप्टेन के पार्टी छोड़ने के बाद में सीएम बनाया गया था तो सब को लगा था ये महज कुछ समय काल के लिए ही है मगर ऐसा नही हुआ.
अगर फिर से पंजाब में कांग्रेस की सरकार आती है तो चन्नी दुबारा सीएम बनेंगे और सिद्धू पाजी को इस बार फिर से हाथ मलते हुए रह जाना पड़ेगा. कही न कही ये उनके लिए काफी बड़ा ड्राबैक है क्योंकि जिस तरह से उन्होंने कोशिशे की है और हर बार की तरह उनको पीछे रहना पड़ा है वो थोडा सा संवेदनशील मामला हो जाता है.
कब तक संयमित रहेंगे सिद्धू
बीच में कई बार पार्टी में अन्दर की आपसी कलह की खबरे जरुर आयी और कैप्टन भी इसमें पार्टी छोड़कर के चले गये, सिद्धू खुद चले जाने वाले थे लेकिन उनको किसी तरह से रोका गया. मगर अभी के लिए सिद्धू कब तक संयम धारण करके रख पायेंगे ये भी अपने आप में देखने वाली बात ही होगी क्योंकि सपने का बिखर जाना काफी ज्यादा तकलीफ तो देता ही है.
भाजपा अभी इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नही दी है और इसके पीछे का एक कारण ये भी हो सकता है कि कभी सिद्धू उनकी पार्टी का ही हिस्सा हुआ करते थे तो ऐसे में वो इस पर कुछ भी बोले तो सोच समझकर ही बोलना पसंद करेंगे.