उत्तर प्रदेश में महज कुछ दिनों के बाद में ही चुनाव होने जा रहे है और इससे पहले बहुत सारे कदम उठाये जा रहे है जो अलग अलग पार्टियों से जुड़े हुए है. हर पार्टी जीत हासिल करना चाह रही है लेकिन इन सबमे भाजपा कुछ ज्यादा ही रचनात्मक हुई चली जा रही है क्योंकि यूपी का चुनाव तो आने वाले मुख्य चुनावों का सेमी फाइनल भी कहा जाता है तो ऐसे में जाहिर तौर पर भाजपा और इसके चाणक्य अपनी पूरी बुद्धि लगा देंगे. अभी इसी का एक उदाहरण देखने में आया है.
कैराना में डोर टू डोर केम्पेन करते दिखे शाह, पलायन का मुद्दा उठा
अमित शाह ने अपने कुछ साथी नेताओं के साथ में बहुत ही अधिक तीव्रता के साथ में कैराना में डोर टू डोर केम्पेन किया है. इसमें वो काफी बड़ी संख्या में लोगो से जाकर के मिले और उनको भाजपा के पर्चे बांटे. यहाँ पर पलायन के मुद्दे का जिक्र भी किया था. आपको तो मालूम ही होगा कि कुछ समय पहले कैराना से हिन्दुओ का पलायन हुआ था.
जब इतना सब कुछ हुआ तो भाजपा की सरकार और प्रशासन को बीच में आना पड़ा और हिन्दुओ को सुरक्षित महसूस करते हुए उनको वापिस लाया गया और उनको सुरक्षा भी देने की बात हुई. अब इसी बात को फिर से मुद्दे की तरह बनाते हुए शाह ने कैराना में डोर टू डोर केम्पेन के माध्यम से इस बात को हवा दे दी और इससे जाहिर तौर पर एक विशेष वोट बैंक फिर से भाजपा की तरफ झुकते हुए नजर आएगा.
केंद्र ने दे रखा है योगी को पूरा सपोर्ट
अभी की बात करे तो इन चुनावों से पहले केंद्र में बैठी हुई भाजपा ने योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम को पूरा समर्थन दे रखा है. चाहे मुद्देउठाने हो, यूपी के लिए बड़ी बड़ी घोषणाएं करनी हो या फिर केंद्र से इन्फ्रा का सपोर्ट देना हो, योगी आदित्यनाथ के पास में बहुत ही तगड़ी बैकिंग मौजूद है जो उन्हें मोदी और शाह से मिल रही है.
ऐसे में शाह का डोर टू डोर केम्पेन करके वोट माँगना अपने आप में दर्शा रहा है कि फिर से योगी को सीएम बनाने के लिए भाजपा कितनी अधिक उत्साहित है और ये अपने आप में मायावती व अखिलेश के लिए चिंता वाली बात ही नजर आती है.