प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की बात करे तो अभी हाल ही में एक ऐसी घटना घटित हुई जिसने पूरे देश को एक तरह से परेशान सा ही करके रख दिया. हम बात कर रहे है पंजाबा में उनकी रैली के दौरान हुई घटना की जिसमे प्रधानमंत्री के काफिले को रोका गया और किसी तरह से उनको बचाकर के एसपीजी के जवान एयरपोर्ट तक ले गये. अब तब से इसी को लेकर के चर्चा चल रही है कि आखिर इसके पीछे कौन है? ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी चला गया और काफी अधिक बढ़ते हुए नजर आने लगा.
सिख फॉर जस्टिस संगठन ने ली जिम्मेदारी, वकीलों को फोन भी लगाया
अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के 50 से भी अधिक वकीलों को सिख फॉर जस्टिस संगठन के द्वारा एक कॉल आया जिसमे उन्होंने रिकार्डेड कॉल में जिम्मेदारी ली और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य उन्होंने ही किया था. इस कॉल के साथ में सुप्रीम कोर्ट के वकीलों को इस मामले में चेतावनी भी दी गयी कि वो ज्यादा न बोले और तमाम चीजे कही गयी.
आपको बता दे सिख फॉर जस्टिस संगठन खालिस्तान बनाने के लिए काम करता है और इसके जो भी लीडर आदि है वो भारत में नही है बल्कि कई दुसरे देशो में बैठकर के ऑपरेट करते है. आम तौर पर ये पंजाब में अधिक एक्टिव होने की कोशिश करते है और इन्होने कई बार कुछ ऐसे काम किये भी है जो सरकार के लिए चुनौती बनकर के सामने आये है.
सोशल मीडिया पर उठी कार्यवाही की मांग
अब जब खुद इस संगठन ने कॉल करके जिम्मेदारी ले ली है तो सोशल मीडिया पर लोग लगातार इस मामले में सरकार से कार्यवाही की मांग कर रहे है कि विदेश मंत्रालय बाकी देशो से संपर्क करके जो भी इस संगठन से जुड़े हुए लोग है उनको भारत में लाकर के उनके ऊपर कार्यवाही करे.
हालांकि अभी तक तो सुप्रीम कोर्ट की बनाई हुई जांच समिति ही है जो इसमें इन्वेस्तिगेट कर रही है और अंत में इसके परिणाम क्या निकलने वाले है ये तो अभी तक हम लोग खुद भी नही जानते है.