अभी की बात करे तो फ़िलहाल के लिए देश में एक घटना ही है जो चर्चा का विशेष केंद्र बनी हुई है. हाल ही में पीएम मोदी पंजाब में रैली करने के लिए पहुंचे थे और वहां पर जब वो गये तो उनके काफिले को कई लोगो ने बीच में रोक दिया. ऐसे में उनकी सुरक्षा पर रिस्क आ गया था और जैसे तैसे उनको बचाते हुए एयरपोर्ट पहुंचाया गया. इसके बाद में आरोप पंजाब की सरकार पर लगे कि ये सब उनकी गलती है और कुछ भी अनहोनी हो सकती थी.
गृह मंत्रालय ने किया तीन सदस्य टीम का गठन, पंजाब सरकार से भी रिपोर्ट तलब करने को कहा
अभी जो भी घटना प्रधानमंत्री मोदी के साथ में हुई है उसके बाद में गृह मंत्रालय काफी अधिक गंभीर नजर आ रहा है और इसी कारण से उन्होंने इस मामले में एक तीन सदस्य की टीम का गठन किया है जो इस पर पूरी जांच करके रिपोर्ट बनाएगी. इसमें सुधीर कुमार सक्सेना (सचिव सुरक्षा केबिनेट सचिवालय) भी होंगे तो इससे आप समझ सकते है कि ये देश की सबसे बड़ी जांचो में से एक रहेगी.
इसके अलावा पंजाब सरकार से भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी गयी है कि आखिर देश के सबसे बड़े और अहम व्यक्ति की सुरक्षा में इस तरह की चूक कैसे हो गयी है? गृह मंत्रालय इस मामले पर पूरी नजर बनाये हुए है और जल्द ही संभव है कि इस मामले में कई बड़े अधिकारियो के ऊपर एक्शन भी लेते हुए नजर आये क्योंकि ये कोई सामान्य घटना नही थी.
अमित शाह बोले, कांग्रेस को माफ़ी मांगनी चाहिए
इस मामले पर खुद अमित शाह ने ट्वीट किया और कहा कि पंजाब में आज की ये कांग्रेस द्वारा उपजाई हुई इस घटना से पता चल जाता है कि ये पार्टी किस तरह से काम करती है? भारत के लोगो ने बार बार कांग्रेस को ठुकराया इस वजह से ये इस तरह के मानसिक स्तर पर पहुँच गयी है. आपको देश के लोगो से अब माफ़ी मांगनी चाहिए.
अमित शाह ही नही भारत के कई बड़े मंत्रियो और अधिकारियों ने इस मामले पर काफी अधिक चिंता जताई है और कहा है कि देश के महत्त्वपूर्ण पदों पर बैठे हुए लोगो की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नही होना चाहिए.