देश में नेता और राजनेताओं को लेकर के तरह तरह की बाते व चीजे देखने में आती रहती है और ये बात हम भी बखूबी देखते व समझते भी है. मगर हाल ही में जो घटित हुआ है उसने कोर्ट के सामने भी एक प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है कि क्या वाकई में जो आँखों के सामने नजर आता है वो ही सच होता है या फिर इसे कही किसी दूसरी जगह पर धीमी आंच पर पकाने का कार्य भी किया जाता है? चलिए जरा इस खबर के बारे में थोड़ी सी जानकारी कर लेते है.
एनआईए कोर्ट में एक गवाह ने कहा, मुझ पर मालेगांव केस में योगी जी का नाम लेने का दबाव बनाया गया
अभी हाल ही में एनआईए कोर्ट के सामने मालेगांव में जो दमाका हुआ था उसे देखते हुए एनआईए कोर्ट में मामला लंबित है. इस केस में अभी हाल ही में जब एक गवाह को पेश किया गया तो उसके बयान ने सभी लोगो ने चौंका दिया. उसने कोर्ट को दिए अपने बयान में महाराष्ट्र एटीएस पर खुद पर दबाव बनाने और इस केस में सीएम योगी का नाम लेने का दबाव बनाने का आरोप लगाया.
गवाह ने इस पूरे केस को नया मोड़ देते हुए कहा कि मुझे सिर्फ सीएम योगी का बल्कि इन्द्रेश कुमार, देवधर और काकाजी जैसे नेताओं का नाम लेने को भी मजबूत किया गया था. ये नाम कही न कही भारतीय जनता पार्टी और संघ से जुड़े हुए है.
भाजपा विधायक ने कहा, हिन्दुओ के खिलाफ साजिश
महाराष्ट्र से ही भारतीय जनता पार्टी के नेता और विधायक राम कदम ने इस पूरे मामले के ऊपर प्रतिक्रिया देते हुए इसे हिन्दुओ के खिलाफ साजिश बताया है. भाजपा का कहना है कि शिवसेना को भी इस मामले में अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए कि वो किस तरफ है और उनका इस केस में क्या मानना है?
खैर अब तो ये दर्जनो बार हो चुका है जब मालेगांव केस में गवाह अपनी बात से पलट चुके है लेकिन इस बार बहुत ही बड़ी बात निकलकर के सामने आ रही है कि क्योंकि ये खबर सीधे तौर पर सीएम योगी आदित्यनाथ से जुडी है.