विश्व में आज जो भी बड़ी अर्थव्यवस्थाएं है जैसे चीन और भारत आदि ये सभी निर्माण के क्षेत्र में काफी अधिक प्रतिस्पर्धा कर रही है. सही मायनों में ऐसा होना बनता भी है क्योंकि जो देश सबसे बड़े मेनुफेक्चरर होते है वो सप्लाई चैन का मुख्य हिस्सा होते है और विश्व में उनकी एक बड़ी सॉफ्ट पॉवर होती है जैसे आज की तारीख में अमेरिका और चीन की है. मगर अब भारत भी इस मामले में कही से भी पीछे नही है. हाल ही में आयी एक और बड़ी खबर ऐसा ही कुछ सिद्ध भी करती है.
इंटेल भारत में निर्माण इकाई स्थापित करने की तैयारी में, भारत बन सकता है इलेक्ट्रॉनिक्स का हब
आज की तारीख में ग्लोबल मार्किट में जब भी बात आती है चिप की, सेमीकंडक्टर की और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की तो उसमे इंटेल सबसे बड़ा नाम है. लैपटॉप से लेकर मोबाइल फोन्स तक हर चीज में इंटेल आपको कही न कही मिल ही जाएगा और रेवेन्यू के मामले में ये बिलियन डॉलर की कम्पनी है. हाल ही में भारत सरकार ने इंटेल से अपने प्लांट भारत में लगाने के लिये आग्रह भी किया था.
अब उसी के बाद में इंटेल की तरफ से खबर निकलकर के आ रही है कि अमेरिका की ये जानी मानी चिप निर्माणकर्ता कम्पनी भारत में अपना प्लांट सेट अप करने की तैयारी कर रही है. इससे भारत को न सिर्फ कई बिलियन डॉलर का फायदा होगा बल्कि भारत में लाखो नौकरियां भी आएगी और टेक्नोलॉजी विकिसित होना तो एक लॉन्ग टर्म का फायदा देखा ही जाता है.
टीएसएमसी पहले ही कर चुकी है भारत में निवेश की घोषणा
ताइवान की सबसे बड़ी सेमी कंडक्टर मेनुफेक्चरिंग कम्पनी टीएसएमसी ने बहुत पहले ही भारत में कई बिलियन डॉलर के निवेश के साथ में अपनी निर्माण इकाई स्थापित करने की घोषणा कर दी थी और अब तो उसकी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है, यानी भारत का मेक इन इंडिया सफल हो रहा है.
हालाँकि ये बात चीन को रास नही आ रही है क्योंकि इससे धीरे धीरे निर्माण कार्यो के क्षेत्र में जो चीन का एकाधिकार हुआ करता था उसमे भारत अपनी हिस्सेदारी बढाने लगा है. इससे दोनों देशो के बीच में आर्थिक द्वंद और अधिक गहरा होते हुए नजर आ सकता है.