उत्तर प्रदेश में अभी हाल ही में एक बड़ी घटना घटित हुई है जिसने पूरे देश के कान खड़े कर दिए है क्योंकि हाल ही में एक ऐसी बहस को जन्म दे दिया है कि जीएसटी और नोटबन्दी जैसे बड़े बड़े फैसलों के बाद में भी अब तक काले धन पर रोक लग नही पायी है तो फिर आखिर इस पर रोक लगेगी कैसे? जाहिर तौर पर सवाल तो अपने आप में वाजिब है और सीएम योगी इसके ऊपर काफी कुछ बोले भी है. चलिए पहले तो घटना के बारे में जान लेते है.
व्यापारी के घर से मिला 150 करोड़ कैश, जीएसटी इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट ने रेड की थी
अभी हाल ही में कानपुर जिले में जीएसटी डिपार्टमेंट ने एक काफी बड़ी छापेमारी की थी जिसमे एक जाने माने व्यापारी और उद्योगपति पीयूष जैन के आवास को खंगाला गया तो फिर वहां से कुल 150 करोड़ रूपये का कैश बरामद किया गया. खबरों के अनुसार ये पैसा वो है जिसका हिसाब किसी के पास में भी मौजूद नही था. रिपोर्ट्स के अनुसार व्यापारी की समाजवादी पार्टी से नजदीकी भी बताई जा रही है.
सीएम योगी ने साधा अखिलेश पर निशाना
जब इतनी बड़ी रेड की गयी और काफी भारी मात्रा में पैसा पकड़ा गया तो फिर उस पर बयान देते हुए सीएम योगी ने कहा कि आज दीवारों के अन्दर से पैसा निकल रहा है, लोगो के कमरे नोटों से भरे हुए पड़े है. अब आपको समझ आ रहा होगा कि बबुआ नोटबंदी का विरोध क्यों करता था. बुआ और बबुआ आमतौर पर यूपी की पॉलिटिक्स में मायावती और अखिलेश यादव के लिए उपयोग किये जाने वाले शब्दों के रूप में जाने जाते रहे है.
ऐसे में कहा जा रहा है कि सीएम योगी ने जब इतना भरा हुआ कैश पकड़ा पाया तो इसे एक तरह से राजनीतिक रूप से लेते हुए इसमें समाजवादी पार्टी को घेरने का पूरा प्रयास किया. हालांकि अभी तक इस पर खुद व्यापारी या फिर सपा की तरफ से कोई भी स्पष्टीकरण देखने को नही मिल सका है.
अभी के लिए व्यापारी पीयूष जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है और जो भी पैसा है वो भी सरकार की कस्टडी में है. इस पर आगे और अधिक पूछताछ होगी और कई राज खुलने की आशंका जताई जा रही है.