पिछले कुछ समय काल की बात अगर की जाये तो करोना धीरे धीरे करके कम हुआ था और भारत में भी चीजे नार्मल होते हुए दिखने लगी थी ये तो हमने भी देखा है. कही न कही ये बात तो हम लोग भी बहुत ही अधिक अच्छे से जानते है. केस कम होने के साथ में लोगो के ऊपर लगी हुई बंदिशे भी एक तरह से खत्म सी ही हो गयी थी और इससे बेहतरीन भला और क्या हो सकता था? मगर अब चिंता फिर से बढ़ने लगी है क्योंकि नया वेरिएंट ओम्रिकोन फिर से अपना सर उठाने लगा है.
पीएम मोदी ने देर रात किया देश को संबोधित, तीन बड़े फैसले लिये
अभी जो ये नाजुक स्थिति एक बार फिर से आ गयी है उसे देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने देर रात को देश को फिर से संबोधित किया और इस संबोधन के दौरान उन्होंने कुल तीन बड़े फैसले लिये है. पहला तो ये कि 3 जनवरी से जो बच्चे 15 से 18 वर्ष के है उनको भी करोना का टीका लगाया जाएगा. इसके लिए शुरुआत कर दी गयी है.
फिर अगले फैसले के तहत 10 जनवरी से जो भी फ्रंटलाइन वर्कर जो करोना से लड़ने में सबसे आगे खड़े रहते है जैसे डॉक्टर आदि उनको बूस्टर डोज दिया जायेगा, फिर आखिर में एक और फैसला लिया गया और वो ये कि 10 जनवरी से ही जो लोग 60 साल से अधिक उम्र के है उनकी स्थिति को डॉक्टर की निगरानी में ध्यान रखते हुए उनको बूस्टर डोज भी दी जायेगी. ये तीन कार्य जनवरी माह में शुरू कर दिए जायेंगे ताकि ओम्रिकोन का प्रभाव देश भर में काफी हद तक कम देखने को मिले.
लोगो से सतर्क रहने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान लोगो से ओम्रिकोन से न घबराने के लिए कहा है और अपील की है कि सभी लोग सतर्क रहे और जो भी मास्क लगाने से लेकर डिस्टेंस मेंटेन करने जैसे नियम है उन सबको अच्छे तरीके से फॉलो करे. अगर आप ऐसा करते है तो आप जाहिर तौर पर इससे बचे रहेंगे.
माना जा रहा है कि अगर भविष्य में भी इस तरह की परिस्थिति बनी रहती है तो फिर देश प्रदेश में आवागमन को लेकर के भी बाधाएं बढाई जा सकती है और कही न कही ये आखिर में होना तो है ही, क्योंकि लोग अब तीसरी लहर की आशंका को लेकर के भी चिंता में है.