आज भारत विश्व में अलग ही मुकाम पर चढ़ चुका है और हम लोगो ने देखा है कि किस तरह से बीते कुछ वर्षो में एक बेहतरीन गवर्नेंस और अच्छे सिस्टम के कारण से सब कुछ बदल चुका है और आज की तारीख में भारत उस मुकाम पर जा रहा है जहाँ की कल्पना कुछ समय पहले तक संभव भी नजर नही आ रही थी. हम बात कर रहे है आज यूनिकॉर्न की तो उसमे भारत अव्वल तक पहुँचने से ज्यादा दूर नही है.
भारत विश्व के टॉप 3 देशो में हुआ शुमार, जिनमे सबसे अधिक यूनिकॉर्न है
भारत में स्टार्ट अप कल्चर काफी देरी से शुरू हुआ लेकिन जैसे ही शुरू हुआ वैसे ही काफी तीव्रता के साथ में इसने गति भी पकड़ ली है और अब ये रूकने का नाम ही नही ले रहा है. अगर हम लोग बात करे अभी की तो आज की तारीख में भारत विश्व के टॉप तीन देशो में शुमार है जिनमे पहले नम्बर पर अमेरिका, दुसरे नम्बर पर चीन और तीसरे नम्बर पर भारत खुद है. यूनिकॉर्न वो स्टार्ट अप कम्पनियां है जिनकी वैल्यू 1 बिलियन डॉलर से अधिक यानी साढ़े 7 हजार करोड़ रूपये से भी अधिक की हो चुकी है.
ऐसी कम्पनियां अमेरिका में 487, चीन में 301 और भारत में 54 है. पहले तीसरे नम्बर पर इंग्लैंड हुआ करता था लेकिन भारत ने इंग्लैंड को पछाड़ दिया है और अब तीसरे पायदान पर हिंदुस्तान ने अपना झंडा लहरा दिया है और ये कम्पनियां इस बात की प्रतीक मानी जाती है कि विश्व में किस देश की कम्पनियां अधिक समृद्ध है.
भारत सरकार के सपोर्ट और स्कीम्स कर रही कमाल
देश में प्रतिभा तो काफी लम्बे समय से मौजूद रही ही है. मगर उन्हें सही ढंग से सरकारी सपोर्ट न मिल पाने के कारण से समस्याएँ बढती रही है लेकिन बीते पांच वर्षो में हालत बदले है. इसमें डिजिटल गवर्नेंस के साथ ही साथ में टेक्नोलॉजी का भी बहुत ही अधिक अहम रोल रहा है जिसके कारण से भारत में स्टार्ट अप इकोसिस्टम विकसित हुआ है.
आज के समय में भारत में माना जा रहा है कि सिलिकॉन वैली की ही तरह काफी कुछ यहाँ पर भी विकसित हो सकता है लेकिन अभी उसके लिए काफी अधिक प्रयास करने होंगे और तब जाकर के ये सब कुछ साकार हो सकेगा.