चीन और भारत दोनों के ही रिश्ते पिछले काफी लम्बे समय से खराब चल रहे थे और ये बात हम लोगो ने देखा भी है कि बीते वक्त में स्थिति लगातार सुधरने की जगह बिगड़ी ही है अब चाहे कितना ही आपस में सब कुछ ठीक करने की डिप्लोमेटिक स्तर पर कोशिशे की गयी हो. अगर हम लोग अभी की बात करते है तो इन दिनों में चीन ने गलवान घाटी में जो किया, लद्दाख में जो किया वो तो हम भूले ही नही थे मगर अब ये उससे भी कई कदम आगे बढाता चला जा रहा है और ये चिंता का विषय है.
चीन ने भारतीय सीमा के नजदीक परमाणु लड़ाई की प्रैक्टिस शुरू की, भारत से बढ़ेगी खटास
अभी हाल ही में चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने भारत की सीमा से सटे हुए इलाको में सैन्य अभ्यास किया है. वैसे आम तौर पर सेना अभ्यास करती है ताकि भविष्य में वो अच्छे से मुकाबला कर पाए लेकिन अब बात इस हद तक जा चुकी है कि चीन की सेना भारत के बोर्डर के नजदीक आकर के के परमाणु वारफेयर की प्रैक्टिस कर रही है.
इस तरह की प्रैक्टिस तभी की जाती है जब आपकी सामने वाले देश से डिप्लोमेटिक स्तर पर बातचीत एकदम रूक सी ही गयी हो. हालांकि भारत और चीन में भी ऐसा ही कुछ होते हुए हमें नजर आ भी रहा है. अगर हम लोग अभी की बात करे तो भारत भी संभव है जल्द ही इस पर कुछ एक्शन लेने के प्रयास करेगा.
अमेरिका और बाकी देश भी जता चुके है भारत चीन सीमा तनाव को लेकर चिंता
अभी चीन की विस्तारवादी नीति से लेकर उसके व्यवहार को देखते हुए अमेरिका और बाकी कई देशो के साथ में संगठन भी एशिया में बढ़ रही अस्थिरता को लेकर के चिंता जता चुके है और जाहिर तौर पर ऐसा एक समय के बाद में होना लाजमी भी है क्योंकि भारत भी एक इकनोमिक और मिलिट्री पॉवर है जो काउंटर में कुछ न कुछ कर सकता है.
इस स्थिति में चीन के इस कदम को किस तरह से विश्व संगठन देखते है ये समझने वाली बात होगी क्योंकि किसी देश की सीमा के नजदीक जाकर के इस तरह की प्रैक्टिस करना कोई सकारात्मक संकेत तो नजर आता नही है.