जनरल बिपिन रावत के निधन की खबर जब से सामने आयी है तब से ही वो बहुत ही अधिक दुःख से भरी हुई है और इसको लेकर के लोग काफी अधिक दुखी और व्यथित महसूस कर रहे होंगे. जाहिर तौर पर ऐसा इसलिए भी है क्योंकि जब हम लोग बात करते है खुद जनरल साहब की तो उनसे कई लोग भावुक तौर पर कनेक्ट भी महसूस करते ही थे और लोग इसे लेकर के काफी अधिक दुखी भी थे मगर अब उनका एक आखिरी सन्देश है जिसे आप देश के नाम पर भी समझ सकते है.
1971 की लड़ाई को याद किया, जवानो को श्रद्धांजली और बधाई दी
जनरल बिपिन रावत ने अपने निधन से यही कोई बारह चौदह घंटे पहले ही एक सन्देश रिकॉर्ड किया था जिसमे वो काफी अधिक उत्साहित नजर आ रहे थे. उन्होंने कहा कि स्वर्णिम विजय पर्व के अवसर पर मैं अपने जवानो को दिल से बहुत बधाई देना चाहता हूँ. हम भारतीय सेना के साथ में 71 की लड़ाई में मिली हुई जीत को विजयपर्व के रूप में मना रहे है. ये हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है और इस जश्न में मैं सभी को आमंत्रित करता हूँ.
जोश में थे जनरल रावत, अगले पल सब दुःख में बदल गया
ये सन्देश देने के बाद में जनरल बिपिन रावत जी अपने आगे की कार्यक्रम पर निकल गये थे और फिर बादमे उनकी साउथ इंडिया की यात्रा थी जिस दौरान उनका हेलीकॉप्टर गिर गया था. कही न कही उनका यूँ चले जाने एक खालीपन सा हो गया है जो लोगो को बड़ा ही व्यथित कर रहा है और इस बात में कोई भी संशय नही है.
जब एक समारोह के दौरान बिपिन रावत का ये रिकॉर्ड किया हुआ सन्देश चलाया गया तो फिर उस दौरान सब लोगो की आँखे नम हो गयी और लोग भावुक हो गये. कही न कही ये जो कुछ भी घटित हुआ है उसके कारण से लोगो के दिल में आंसू तो बहुत ही अधिक आये है और लोग तकलीफ में भी काफी ज्यादा आये है.
अभी के लिए उनके निधन के बाद में जांच भी की जा रही है कि कही जो कुछ भी हुआ है उसमें कोई साजिश तो नही थी? क्योंकि जनरल रावत का अचानक से इस तरह से चले जाना कोई सामान्य घटना तो बिलकुल भी नही हो सकती है.