देश के प्रथम सीडीएस और वरिष्ठतम सैन्य अधिकारी जनरल बिपिन रावत का यूँ अचानक से चले जाना अपने आप में अपूरणीय क्षति है और इसे शायद कभी भी पूरा किया ही नही जा सकता है इस बात में कोई भी शक नही है. कही न कही ये जो कुछ भी देखने में आया है वो तकलीफ से भरा हुआ तो है और इसे हम भी बहुत ही अधिक अच्छे से जानते है मगर आप इस बात को शायद नही जानते होंगे कि प्रधानमंत्री मोदी को खुद निजी तौर पर काफी अधिक दुःख हो रहा है क्योंकि वो उनके काफी अधिक करीब जो थे.
नही भूल सकते उनकी असाधारण सेवा, देश हमेशा याद रखेगा
जनरल रावत को एक बार फिर से याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि वो एक सच्चे देशभक्त इंसान थे. हमारे देश में बलों और शस्त्रों के आधुनिकरण में उनका जो योगदान रहा है उसे कभी भी भूला नही जा सकता है. सामरिक मामलों में जब हम लोग बात करते है तो उनकी दृष्टि और नीतियां अपने आप में पूरी तरह से असाधारण थी.
सीडीएस के रूप में उन्होंने जो काम किया वो विविध पहलू बहुत ही अधिक अहम् थे. देश उनकी असाधारण सेवा को कभी भी भूल नही पायेगा. ये बाते जब खुद प्रधानमंत्री मोदी बोल रहे थे तो फिर उस समय उनकी आँखे नम हो गयी थी, उनकी आवाज मानो दब सी जाने लगी थी और तो और वो एक बार के लिए मानो ऐसा लगा जैसे भावुक होकर के रो ही देंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जताया दुःख
खुद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस दुःख की घड़ी में शोक जताया है और देश के लिए इसे कभी भी न भरी जाने वाली क्षति बताया है. उनके अलावा भी केबिनेट के बाकी बड़े बदल लोगो ने अपनी तरफ से श्रद्धांजली जताई है जो बताता है वो देश के लिए काफी अधिक अहम थे.
हालांकि वहां पर घटना के समय हुआ क्या था ये कोई भी नही जानता है और समझ नही पा रहा है कि असल में घटित क्या हुआ था जिसके कारण से इस तरह की चीजे देखने में आयी है? अभी के लिए सेनाओं की तरफ से एक सम्मिलित जांच की जा रही है.