अरविन्द केजरीवाल पिछले कुछ वर्षो में दिल्ली में सबसे बड़े और मंझे हुए राजनेता के रूप में उभर कर के सामने आये है और इस बात में कोई संशय भी नही है. जिस तरह से उन्होंने काफी सारे काम किये है और फ्री की चीजे बांटने से लेकर कई सारी चीजे है जो उन्होंने करके दिखाई जिसके कारण से वो बार बार मुख्यमंत्री बनते चले जा रहे है. हालांकि अभी भी वो रूक नही रहे है और हाल ही में उन्होंने एक ऐसा निर्णय लिया है जिसकी उम्मीद वैसे कम लोग ही कर पा रहे थे.
दिल्ली में अब छठ पूजा पर होगा सार्वजनिक अवकाश, खुद मनीष सिसोदिया ने किया ऐलान
अभी हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली में वहाँ की राज्य सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है जिसके तहत राज्य में इस बार छठ पूजा के पर्व के अवसर पर जो कि 10 नवम्बर को होने जा रही है उस दिन सार्वजनिक अवकाश रहेगा और इसकी घोषणा किसी अधिकारी से नही करवाई गयी है बल्कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने खुद इसका ऐलान किया है.
दिल्ली में बिहारी मूल के लोगो का अच्छा खासा वोटर बेस, भावनात्मक कनेक्शन बनाने की कोशिश अभी के लिये एक बात हर कोई जानता है कि दिल्ली में स्थायी और अस्थायी रूप से रहने वालो का राजधानी में एक अच्छा ख़ासा प्रतिशत है और उनको इग्नोर करके लम्बे समय तक सत्ता में बने रह पाना मुश्किल होता है और ऐसे में अगर छठ पूजा को लेकर के ऐलान किये जाए तो जाहिर तौर पर एक कनेक्शन तो बन ही जाता है.
ऐसे में कई एक्सपर्ट इसे एक मास्टरस्ट्रोक भी बता रहे है क्योंकि छुट्टी किये जाने पर कोई विरोध भी नही करता है और इससे अरविन्द केजरीवाल बिहारी मूल के दिल्ली में रहने वाले लोगो के बीच में एक जगह भी हासिल कर पाने में कामयाब हो जायेंगे, भला इससे बड़ा कदम और क्या हो सकता है?
पिछले वर्ष दिल्ली सरकार थी विवादों में
पिछले कुछ वर्षो तक सार्वजनिक स्थलों और जलस्थानो पर छठ पूजा को लेकर के जो भी आनाकानी चली थी उसके कारण से केजरीवाल और उनकी सरकार काफी अधिक विवादों में रही थी और ये बात हर कोई काफी अधिक अच्छे से भी जानता है, शायद इस तरह के फैसले उनकी छवि को सुधारने में मदद कर सकते है.
केजरीवाल भोंसड़ी वाले कितना भी रंग बदल लो एक वोट नही मिलेगी।