भारत के आज के समय में बहुत ही अधिक अच्छे खासे रिश्ते दुनिया भर के देशो के साथ में बने हुए है और हमेशा से हमारा मकसद यही रहता है कि जब तक कोई भी देश हमारे निजी मामलो में हस्तक्षेप नही करता है तब तक उससे अच्छे से बनाकर के रखो. मगर विश्व की राजनीति ऐसी चीज है कि यहाँ पर कई सारी चीजे खुद से ही हो जाती है और उसके चक्कर में हम लोग अपने आप से ही लपेटे में भी आ जाते है ये बात तो आप भी मानते होंगे. अभी हाल ही में ऐसा हुआ भी है.
जापान को रूस और चीन मिलकर डरा रहे, तो जापान ने मांगी साथी देशो की मदद
भारत पर भी दबाव अभी फ़िलहाल के लिए दरअसल एक बड़ी घटना घटित हुई है जिसमे जापान के ऊपर चीन ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है. जापान के एक बीच के आयलैंड के बीच से ये लोग रूस की नेवी के साथ मिलकर के जापान का मजाक बना रहे है और उसे अन्दर की तरफ धकेलने की कोशिश भी कर रहे है जिससे जापान परेशान हो गया है.
ऐसे में जापान ने अपने साथी देशो जिनमे क्वाड के देश यानी भारत भी शामिल है उनसे आग्रह किया है अब हम लोगो को भी अपने साथी देशो के साथ में मिलकर के इन लोगो का मुंहतोड़ जवाब देना होगा. ऐसे में जापान प्लान कर रहा है कि जब मालाबार नेवल अभ्यास होगा तो वो हम लोग रूस की सीमा के नजदीक करेंगे और इससे उसे करारा जवाब देंगे, लेकिन भारत के रूस के साथ अच्छे सम्बन्ध है ऐसे में भारत क्या करे?
भारत आज के समय में रूस को नाराज नही कर सकता
आज के वक्त में भारत जापान का सपोर्ट करने के लिए किसी भी कीमत पर रूस को नाराज नही कर सकता है क्योंकि रूस के ऊपर आज भी भारत की बड़ी सैन्य निर्भरता है. चाहे डिफेन्स टेक्नोलॉजी हो या फिर एयरक्राफ्ट हो भारत के पास में अधिकतर रूस से आये हुए है या फिर रूसी टेक्नोलॉजी से बने हुए है.
ऐसे में भारत के लिए जापान और रूस दोनों में से किसी को भी चुनना काफी अधिक कठिन हो जाता है और अगर भारत यहाँ पर पीछे हटते है तो भविष्य में भारत को क्वाड के एक मजबूत सदस्य के रूप में देखा नही जाएगा जो भी एक बड़ी समस्या है.