भारत में नरेंद्र मोदी की सरकार जब से सत्ता में आयी है तब से वो कई कानूनों में बदलाव आदि ला रही है और इसके पीछे का कारण कहीं न कही हम लोग साफ़ तौर पर जानते है कि चीजो को बेहतर करने की कोशिश की जा रही है और प्रभाव इसका यही होगा कि इससे आम लोगो के जीवन में काफी अधिक बदलाव देखने को मिलेगा. खैर अभी हाल ही में एक बड़ा बदलाव हुआ था जो भी अच्छा खासा बदलाव लेकर के आ रहा है और ये हमें नजर भी आ रहा है.
नागरिकता संसोधन क़ानून बन रहा दो करोड़ लोगो के लिए जीवनी, पडोसी देशो से आये अल्पसंख्यको को मिल पाएगी नागरिकता
अभी हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट प्रकाशित हुई है जिसमे पता चलता है कि पडोसी देशो जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से जो भी हिन्दू, जैन और सिख समुदाय के लोग पलायन करके भारत में आये है वो लोग जी के मुताबिक़ लगभग दो करोड़ के आस पास है.
अभी तक ये लोग बस शरणार्थी की तरह कैसे भी जिन्दगी जी रहे थे लेकिन नागरिकता संसोधन क़ानून यानी सीएए आने के बाद से ये लोगो को जल्द ही नागरिकता मिल पाएगी और इन लोगो को सारी सरकारी सुविधाओं के न सिर्फ लाभ मिल पायेंगे बल्कि ये लोग राशन कार्ड से लेकर बैंक अकाउंट जैसी कई सुविधाओं का अच्छे से उपयोग कर सकेंगे.
15 सालो से रहे कई लोग, मगर अब तक नागरिकता को तरस रहे थे
पाक और बांग्लादेश से आये कई लोग है जो 15-15 साल पहले भारत में आ गये थे और ये लोग दिल्ली, राजस्थान और गुजरात जैसे कई राज्यों में जाकर के रह तो रहे थे लेकिन कई बेसिक सुविधाओं से वंचित हो गये थे क्योंकि इनके पास में नागरिकता नही थी लेकिन अब ऐसा नही होगा.
हालांकि अब इसमें कई लोगो की दलील ये भी है कि इससे देश के संसाधनों के ऊपर बोझ काफी अधिक बढ़ जायेगा और चीजे थोड़ी सी अधिक परेशान करने वाली रहेगी लेकिन जाहिर सी बात है कि सरकार अगर संसाधनो पर बोझ बढ़ा भी रही है तो उन्होंने इस पर पहले ही गणना कर ही ली होगी.