वैसे तो भारत अपने आप में काफी बड़ा देश है जहां पर किसी भी चीज की विशेष तौर पर कमी होती नही है क्योंकि हम या तो उन चीजो को इम्पोर्ट कर लेते है या फिर उन चीजो की उपलब्धता हमें माइनिंग के या खेती के द्वारा ही हो जाती है मगर कई बार परिस्थितियां इस कदर खराब हो जाती है कि चीजे अपने आपे से बाहर चली जाती है और अभी भारत के ऊर्जा के क्षेत्र में ऐसा ही कुछ देखने में मिला है जो बहुत ही अधिक चिंता देने वाला टाइप का है.
भारत में कोयले की कमी, बिजली की आपूर्ति के लिये सिर्फ 4 दिन का स्टॉक बचा
सबसे पहले तो आपको ये जानना जरूरी है कि भारत और यहाँ के लोगो के लिए कोयला लाइफलाइन है क्योंकि देश की 56 प्रतिशत बिजली का उत्पादन इसी के माध्यम से होता है और अभी हमारे देश में इसकी भारी कमी चल रही है. सरकारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में अभी पॉवर स्टेशनो पर सिर्फ 4 दिनों का कोयला बचा है जो अपने आप में बहुत ही अधिक दिक्कत की बात है क्योंकि इसके बाद में भारत में विद्युत आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है.
इसका सबसे खराब असर पड़ेगा भारत की अर्थव्यवस्था पर क्योंकि अगर बिजली की आपूर्ती नही होगी तो न सिर्फ लोगो का जीवन बहुत बुरे तरीके प्रभावित होगा क्योंकि घर पर लाइट की कमी हो सकती है और फिर फेक्ट्रियां भी बिना बिजली के कैसे काम चलेगा? अभी फ़िलहाल चीन इसी दिक्कत से होकर के गुजर रहा है और भारत के सामने भी यही सेम दिक्कत हो रही है जो अपने आप में चिंताजनक बात है.
बढती हुई बारिश और आयात न हो पाने के कारण से पैदा हुई दिक्कत
दरअसल अभी के लिये ये सब कुछ होने के पीछे का मुख्य कारण है बारिश. पिछले सितम्बर महीनें में भारत में इतनी अधिक बारिश हुई है कि उससे कोयले की खदानों में पानी भर गया है और इस कारण से कोयला बहार निकल नही पा रहा है, फिर करोना के कारण से आयात प्रभावित हो गया है जिसके कारण से तेजी से कोयला विदेशो से नही मंगा पा रहे है.
हालांकि अभी भी सरकार पर भरोसा रखने की जरूरत है कि वो जल्द ही अगले चार दिनों में कुछ न कुछ उपाय निकाल लेंगे और देश में बिजली की सप्लाई निर्बाध रूप से चलती रहेगी.