आम तौर पर अडानी को लेकर के विपक्ष काफी अधिक बुरे बर्ताव के साथ में नजर आता है और सरकार को उन्हें गलत तरीके से फायदे पहुंचाने का आरोप भी लगाता है, मगर हाल ही में एक ऐसा घटनाक्रम हुआ है जिसको देखकर के हर कोई गौतम अदानी की तारीफ़ कर रहा है क्योंकि उन्होंने व्यापार तो किया ही है मगर साथ ही साथ में देश को ऐसी रणनीतिक जीत दिलवा दी है जिसकी कल्पना कई देशो के लिए दूर की कौड़ी हुआ करती थी.
श्रीलंका के कोलम्बो पोर्ट के वेस्टर्न टर्मिनल को अडानी ने हासिल किया, भारत की स्ट्रेटजिक जीत
अभी हाल ही में श्रीलंका की सरकार और भारत की निजी कम्पनी अडानी पोर्ट्स के बीच में एक बड़ी डील साईन हुई है जिसके तहत अब एक निश्चित समयकाल के लिए श्रीलंका के वेस्टर्न टर्मिनल कोलम्बो पोर्ट के अधिकार अडानी पोर्ट्स कम्पनी के पास में आ गये है, इसके बदले में अदानी श्रीलंका की सरकार को कुल 700 मिलियन डॉलर की पेमेंट करेंगे जो अपने आप में बहुत ही बड़ा अमाउंट है लेकिन ये करना जरूरी था.
चीन श्रीलंका में सैन्य ताकत जमा न कर ले, इसलिए भारत की मौजूदगी
जरुरी दरअसल चीन लगातार श्रीलंका को अपने कर्ज के जाल में फंसाकर के वहां पर अपने लिए बेस तैयार करने में लगा हुआ है. अभी हाल ही में श्रीलंका के हमबनटोटा पोर्ट को चीन ने कब्जा कर लिया फिर कोलम्बो में भी वो अपनी मौजूदगी दर्शा रहा था, श्रीलंका में उसके बेस बन चुके है ऐसा अमेरिका ने दावा किया और भारत के लिए ये राष्ट्रीय सुरक्षा के हिसाब से काफी बुरी खबर थी.
ऐसे में भारत ने जापान के साथ मिलकर के श्रीलंका के एक पोर्ट को हासिल करने की कोशिश की थी ताकि चीन को पीछे धकेला जा सके और उसकी पूरी पकड़ बनने से रोका जा सके लेकिन नाकामयाब रहे, मगर भारत की ही निजी कम्पनी अडानी पोर्ट्स ने ऐसा कर दिखाया. अब भारत के पास में श्रीलंका में एक स्ट्रेटजिक सॉफ्ट पॉवर मिल चुकी है जिसका उपयोग हम कभी भी कर सकते है.
अडानी के इस कदम से चीन भी चकित, बोला यकीन नही होता
अभी हाल ही में चीनी मीडिया ने भी इस श्रीलंका और अडानी की डील को कवर किया है जिसमे वो लोग खुद लिख रहे है कि यकीन नही होता भारत की कम्पनियां इतनी अधिक ताकतवर बन चुकी है. वैसे असल में अडानी काफी पावरफुल व्यक्ति है जिनके पास में देश के महत्त्वपूर्ण 13 बड़े पोर्ट्स है और ये 14वा है जिसकी डील उन्होंने हाल ही में कर डाली है.