देश में पीएम पद को लेकर के हमेशा से ही लोगो की राय भिन्न भिन्न रही है और ये बात हम लोग भी बहुत ही अच्छे से जानते है. कही न कही जो कुछ भी हुआ है उसको देखते हुए हम लोग एक बात तो साफ़ तौर पर कह ही सकते है कि लोगो की पसंद कही न कही कोई तो होती ही है. अब आप मायावती की बात करेंगे तो वो तो सबसे अलग ही किस्म की महिला है और उनके जवाब भी लोगो की उम्मीदों से बिलकुल अलग होते है.
किसी को भी पसंदीदा नही मानती मायावती, इंटरव्यू में दिया था जवाब
जब मायावती से प्रभु चावला से ये सवाल किया कि सबसे अच्छा प्रधानमंत्री आप किसे मानती है? तो इसके जवाब में मायावती कहती है कि अगर किसी भी प्रधानमंत्री ने इतना ही अच्छा काम किया होता तो हमें बीएसपी बनाने की जरूरत ही नही पडती. ये सारे के सारे एक ही थाली के चट्टे बट्टे है, कभी कोई कुर्सी पर बैठता है तो कभी कोई और बैठ जाता है लेकिन काम सब एक जैसे ही करते है.
मायावती के खुदके पीएम पद के सपने पर भी होती है
चर्चा दरअसल कई राजनीतिक विश्लेषक ये भी कहते है कि मायावाती किसी और को पीएम के तौर पर भला कैसे पसंद कर सकती है जब वो खुद उसी पद के सपने संजोकर के बैठी हो? हालांकि कभी भी उन्होंने इस पर खुलकर के नही बोला है क्योंकि अभी भी वो एक दो प्रदेश की नेता ही मानी जाती है और ऐसे कहेगी तो लोग हंस पड़ेंगे.
खैर जो भी है मायावती ने कम से कम ये स्वीकार तो कर लिया है कि उनको कोई पसंद नही यानी वो कही न कही सिर्फ मोदी को ही नही बल्कि नेहरु से लेकर राजीव गांधी और इंदिरा गांधी तक को भी एक तरह से बिना कुछ कहे नकार ही रही है.
मायावती अपनी दलील ये भी देती है कि मुझे चार बार सरकार चलाने का मौका मिला है और बीजेपी के लोगो को भी अच्छे से मालूम है कि मेने सरकार बहुत ही अच्छे से चलाई है. अगर मायावती पीएम बन जाए तो कही इनको लंबा इन्तजार न करना पड जाए.