अभी के लिये जिस तरह से कांग्रेस पार्टी में कई सारे घटनाक्रम घटित हो रहे है वो बताता है कि पार्टी का हाई कमान कई मायनों में अधिक अच्छे से चीजो को कण्ट्रोल कर नही पा रहा है. अब आप पंजाब की बात करे तो हाल ही में अमरिंदर सिंह को इस्तीफा देना पड़ा था और इसके बाद में चन्नी साहब नये सीएम बन गये. अब पंजाब में जो कुछ भी हुआ है वो अपने आप में बहुत ही बड़ा घटनाक्रम था और इसके बाद में अब राजस्थान में कुछ अलग ही चीजे देखने में आ रही है.
राजेन्द्र चौधरी बोले, मेहनत सचिन पायलट ने की लेकिन मलाई कोई और खा रहा
अभी हाल ही में राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष और एक समय में अशोक गहलोत के ख़ास कहे जाने वाले राजेन्द्र चौधरी ने एक बयान दिया है जिसमे वो कहते हुए नजर आ रहे है कि चुनावों में मेहनत तो सचिन पायलट ने की थी लेकिन मलाई अब कोई और खा रहा है. यही राजेन्द्र चौधरी कभी गहलोत सरकार के पुरजोर समर्थक माने जाते थे लेकिन अब ये बयान उनके पालिसी शिफ्ट को बताता है.
सप्ताह में दो बार सचिन मिल चुके है राहुल और प्रियंका से
अन्दर ही अन्दर कुछ बड़ा पकते हुए नजर आ रहा है और इसके पीछे का सबसे बड़ा उदाहरण ये कह सकते है कि सचिन पायलट अभी हाल ही में जाकर के प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी से पिछले एक हफ्ते में दो बार मिल चुके है, ऐसा आम तौर पर कम ही होता है और इससे राजस्थान में भी पंजाब जैसा कुछ होने की आशंका कई लोग जता रहे है क्योंकि पायलट खेमा फिर से काफी एक्टिव है.
गहलोत पक्ष का कहना, पंजाब और राजस्थान की कोई तुलना नही
अभी फ़िलहाल में अशोक गहलोत की सरकार में मंत्री और उनके ख़ास हरीश चौधरी ने साफ़ शब्दों में ये कहा है कि राजस्थान और पंजाब की कोई तुलना नही है दोनों ही जगहों पर बहुत ही अधिक अंतर है, राजस्थान में सभी विधायक पूर्ण रूप से अशोक गहलोत के साथ में है.
अब दोनों ही पक्ष अपनी अपनी बाते रख रहे है और अपने अपने हिसाब से चीजो को विश्लेषित भी कर रहे है. मगर आखिर में इसके परिणाम क्या निकलने वाले है ये तो आने वाला वक्त ही बता पायेगा.