प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर है और इस कारण से अभी फ़िलहाल न सिर्फ पूरे भारत की बल्कि विश्व भर की नजरे उनके ऊपर ही बनी हुई है क्योंकि जिस तरह से वो डिप्लोमेसी के महारथी के तौर पर जाने जाते है वो अपने आप में काफी अधिक शानदार ही कहा जा सकता है. कही न कही हर रूप में और हर चीज में वो फिट ही माने जाते है और इन दिनों अमेरिका में भी वो इसी पर ही काम करते हुए नजर आ रहे है जो और भी अधिक अच्छी बात है.
मोदी से मुलाक़ात के बाद अमेरिका ने दिया चीन और पाक को कड़ा सन्देश, भारत के पक्ष में खड़े नजर आये
पीएम मोदी से मुलाक़ात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडन और वहां की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस एक तरह से मोदीमय हुए नजर आये. जब बैठक चल रही थी तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी कुर्सी छोड़कर उस पर पीएम मोदी को बैठने को कहा जो अपने आप में बड़े सम्मान की बात है और फिर इसके बाद में कमला हैरिस ने भी पीएम मोदी के साथ चर्चा करके लोकतंत्र के मूल्यों को बचाने पर चर्चा की.
श्रृंगला ने हमें ये जानकारी भी दी है कि कमला हैरिस पाकिस्तान पर काफी अधिक नाराज आयी और उन पर आतकी ग्रुप्स पर कार्यवाही करने के लिए कहा है ताकि भारत और अमेरिका जैसे देशो की राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई भी असर न आ जाये. कही न कही ये जरूरी भी था और जिस तरह से बायडन और कमला दोनों भारत के प्रति झुके नजर आये उसके बाद में इसे भारत की बड़ी डिप्लोमेटिक जीत की तरह देखा जा रहा है.
क्वाड को लेकर भी चर्चा गर्म
आपको जानकर के हर्ष होगा कि न सिर्फ सभी देशो के अध्यक्ष बल्कि कमला हैरिस और कई बड़े अमेरिकी अधिकारी भी क्वाड की मीटिंग को अटेंड करेंगे और इस मीटिंग के पीछे का सबसे बड़ा उद्देश्य चीन को कही न कही काउंटर करना माना जा रहा है. ये भी भारत के ही पक्ष की बात मानी जा रही है.
हालांकि इसे तो बस एक शुरुआत भर ही माना जा रहा है. आगे चलकर के बहुत कुछ है जो हो सकता है और कही न कही इससे पाक और चीन को चिंतित होने की जरूरत है ऐसा आप मान सकते है.