अमेरिका आज भी एक विश्व की बड़ी महाशक्ति के रूप में जाना जाता है मगर पहले के और अभी के वक्त में फर्क इतना आ गया है कि पहले उसे कोई चुनौती नही देता था और अब चीन उसे चेलेंज करने के लिए खड़ा हो चुका है. ऐसे में जाहिर सी बात है कि अमेरिका की कोई भी गडबड होगी तो फिर चीन उस पर काफी अधिक खुश होगा. ऐसा ही कुछ हाल ही में हुआ है जो विश्व भर को काफी अधिक हैरान कर रहा है.
बायडन की नजरअन्दाजी की वजह से दूर हो गया फ्रांस, चीन के लिए मौका
एक समय में अमेरिका और फ्रांस बहुत ही पक्के मित्र राष्ट्र हुआ करते थे. बाकायदा फ्रांस को तो अमेरिका का सबसे पुराना मित्र कहा जाता है और इनके सम्बन्ध 200 वर्ष पुराने रहे है. जब कभी भी दोनों में से कोई भी मुसीबत आयी तो दोनों एक दुसरे के साथ में खड़े रहे लेकिन हाल ही में बायडन ने जो गडबड की है उसके कारण मित्र राष्ट्रों की दोस्ती में दरार आ चुकी है.
फ्रांस को कई बिलियन डॉलर का नुकसान, डिप्लोमेटिक रिश्ते खराब हुए
दरअसल फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया इतिहास में सबसे बड़ी डिफेन्स डील्स में से एक करने जा रहे थे जिसका बजट भारत के रक्षा बजट से भी अधिक था. मगर अमेरिका ने चुपके से बिना फ्रांस को बताये उससे ये डील छीन ली और फ्रांस की सबसे बड़ी डिफेन्स कम्पनी को घाटे में डाल दिया. इस कारण से फ़्रांस और अमेरिका के डिप्लोमेटिक रिश्ते काफी अधिक खराब हो गये है.
हालत इस कदर खराब हो गयी है कि अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से फ्रांस ने अपने राजदूत वापिस बुला लिए है और इससे अमेरिका की सॉफ्ट पॉवर बहुत ही अधिक कमजोर होते हुए नजर आ रही है जिस पर चीन काफी अधिक खुश है और वहां का सरकार मीडिया भी इस पर बढ़ चढ़कर अपना एंगल पेश कर रहा है.
जाहिर तौर पर अमेरिका और फ्रांस के रिश्ते बिगड़ने से सबसे ज्यादा फायदा चीन को ही होने वाला है और इस पर जिनपिंग के चेहरे पर बढ़ रही मुस्कान का अनुभव किया जा सकता है.