आज योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में किस तरह से काम कर रही है वो किसी से भी छुपा हुआ नही है. ग्रामीण स्तर के काम हो या फिर या फिर शहरो में विकास कार्य हो हर तरफ उन्होंने बेलेंस होकर के ध्यान दिया और इसी कारण से आज यूपी की छवि पिछले कुछ सालो में देश और दुनिया में पूरी तरह से बदल चुकी है. इसमें सबसे बड़ा योगदान यूपी के दो शहरो का माना जाता है जिन्हें नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा के नाम से भी जाना जाता है.
देश की 93 मोबाइल निर्माण यूनिट सिर्फ नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा में, बनेगा हुईजी की तरह इलेक्ट्रॉनिक्स हब
आज की तारीख में पूरे भारत में 268 मोबाइल निर्माण की यूनिट है जबकि उसमे से 93 तो सिर्फ इन्ही दो शहरो में है जो एक दुसरे से बिलकुल सटे हुए है. यहाँ पर विश्व की सैमसंग जैसी कम्पनियों ने मोबाइल निर्माण के लिए निवेश किया हुआ है. आज नॉएडा की तुलना चीन के शहर ‘हुईजू’ से की जा सकती है जहाँ पर दुनिया के 263 मिलियन मोबाइल फोन हर साल निर्मित होते है और आज नॉएडा भी उसी राह पर चलते हुए नजर आ रहा है.
डेटा सेंटर से लेकर आईटी कम्पनियों की भी पहली पसंद बने ये शहर
आज की तारीख में हीरानंदानी ग्रुप से लेकर माइक्रोसॉफ्ट जैसी कई कम्पनियां अपने हजारो करोडो रूपये देकर के या तो अपने प्रोजेक्ट्स नॉएडा में बना रही है या फिर बना चुकी है और वहां पर काम ऑपरेशनल भी हो चुका है. इससे यहाँ पर सर्विस सेक्टर में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है.
अगले 10 वर्षो में देश की जीडीपी में बड़ा योगदान देंगे यूपी के शहर
आज जो हाल बैंगलोर और मुंबई का है वैसा ही कुछ हाल एक्सपर्ट्स नॉएडा और ग्रेटर नॉएडा का होते हुए देख रहे है जहाँ से देश की जीडीपी में एक बड़ा योगदान देखने को मिल सकता है और संभव तो ये भी है कि ये महानगरो को टक्कर देने की स्थिति में आ जाए.
हाँ इन शहरो को दिल्ली के एकदम नजदीक होने का फायदा तो मिला है लेकिन इसके लिए एक अच्छी सरकार और एक अच्छे एडमिनिस्ट्रेशन की भी जरूरत तो थी ही और वो उन्हें योगी सरकार में मिला है.