अफगानिस्तान में तालिबान यूँ ही अचानक से नही आ गया है. इसके पीछे काफी कुछ है जो घटित हुआ है और ये हम लोगो ने अपने से होते हुए देख भी रहे है. कही न कही जब तालिबान पॉवर में आया था तो उसने दुनिया के शक्तिशाली देशो से कुछ एक वादे भी किये थे जैसे वो मानवाधिकारों को क्षति नही पहुंचाएगा और बाकी देशो के नागरिको को उससे कोई रिस्क नही होगा. मगर लग रहा है अब ऐसा कुछ भी होते हुए नजर आ नही रहा है और आल पार्टी मीटिंग में भी ऐसा ही नजर आ रहा है.
विदेश मंत्री बोले तालिबान अपने किये वादों पर खरा नही उतरा है, अभी स्थिति अच्छी नही
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत सरकार ने हाल ही में जो आल पार्टी मीटिंग तालिबान और अफगानिस्तान के मुद्दे पर रखी थी उसमे विदेश मंत्री की तरफ से सभी दलों को ये जानकारी दी गयी कि कत्तर की राजधानी दोहा में बैठकर के तालिबान ने जो कुछ भी वादे किये थे उस पर वो बिलकुल भी खरा नही उतर रहा है और आज की तारीख में बात करे तो अफगानिस्तान की स्थिति बेहद ही खराब है.
वेट एंड वाच की स्थिति में भारत
इसके अलावा रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने ये भी कहा है कि अभी भारत सिर्फ वेट एंड वाच की स्थिति में है आगे हमें क्या करना है ये हम बादमे निर्णय करेंगे क्योंकि अभी के लिए हमारा फोकस सिर्फ और सिर्फ अफगानिस्तान से जो भी भारतीय फंसे हुए है उनको निकालने के ऊपर है. भारत सरकार ने न सिर्फ भारतीय नागरिको को बल्कि कई अफगान के हिन्दू और सिख समुदाय के नागरिको को भी बाहर निकाला है.
अभी के लिए इनको भारत में शरण भी दी गयी है और ये तब तक के लिए हो सकती है जब तक कि शायद अफगानिस्तान में फिर से लोकतंत्र नही आ जाता. अभी के लिए चीजे हाथ में नही है और भारत ही नही बल्कि दुनिया भर की सरकारे इसको लेकर के काफी अधिक अचंभित है.
खैर अभी जो भी होगा उसके लिए सरकार और सेना दोनों ही पूरी तरह से तैयार है और ये हम लोगो ने भी देखा है कि सरकार हर निर्णय अभी फास्टट्रैक होकर के ले रही है.