पिछले कुछ समय में हम लोगो ने देखा है कि एशिया के पूरे क्षेत्र में माहौल बिलकुल भी अच्छा नजर नही आ रहा है. हम लोगो ने देखा है कि किस तरह से तालिबान ने अफगानियो को अपने कण्ट्रोल में ले लिया है और इसके बाद में उनके साथ में काफी कुछ गलत होते हुए भी हम लोग देख ही रहे है. अब इसी बीच भारत के लिए भी चिंता वाली बात तो है क्योंकि अफगानिस्तान भारत से दूर है नही. इस कारण से इस मामले को सीरियस लिया जाना काफी अधिक जरुरी हो गया है.
मोदी करेंगे सर्वदलीय बैठक, अफगानिस्तान मुद्दे पर संभावनाएं तलाश की जाएगी
प्रधानमंत्री मोदी ने अभी हाल ही में एक अहम् बैठक का आयोजन किया है जिसमे देश के मुख्य केबिनेट के लोगो के अलावा विपक्ष के कुछ लोगो को भी बुलाया जाएगा. अधिकारी तो उनको गाइड करने ही वाले है कि क्या कुछ स्थितियां बनेगी. इसके बाद में इस बात के ऊपर चर्चाएँ चलेगी और निर्णय लिया जाएगा कि किस तरह से सब कुछ सामान्य स्थिति में लाया जायेगा. मुख्य बात ये भी है कि यहाँ पर सरकार विपक्ष के लोगो की भी सुनने वाली है.
भारत में सुरक्षा, चाबहार पोर्ट और अपने नागरिको को निकालने पर जोर
अभी के लिये भारत के बॉर्डर की सुरक्षा, ईरान में देव्वेलोप किये जा रहे चाहबार पोर्ट को सुरक्षित रखने और इसके अलावा अफगानिस्तान से अपने देश के नागरिको को अधिक से अधिक संख्या में तेजी के साथ में निकालने के ऊपर चर्चा और निर्णय किया जाएगा.
अभी के लिये तो सरकार हो या फिर विपक्षी दल के लोग हो हर कोई इस मामले को लेकर के टेंशन में है क्योंकि तालिबान किसी एक पार्टी के लिए नही बल्कि पूरे देश के लिए खतरा बनकर के आता है जिसका कुछ न कुछ उपाय जल्द से जल्द किया जाना जरुरी भी हो गया है.
अभी के लिए वैसे तो सरकार ने काफी कुछ किया है और अधिक संख्या में भारतीय वहां से निकाल भी लिए गये है लेकिन फिर भी स्थिति अभी भी नाजुक ही बनी हुई है क्योंकि तालिबान का कल के दिन का कोई भी भरोसा नही किया जा सकता है.