अफगानिस्तान में तालिबान ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है और ऐसे वक्त में कही न कही भारत के लिए चिंता पैसा हो जाती है क्योंकि तालिबान हमेशा से ही लोगो जान लेने के लिए, क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने के लिए और इसके अलावा प्लेन हाई जैक करने जैसे कामो के लिए ही बदनाम है और क्योंकि ये भारत से बहुत अधिक दूर है नही तो चिंता तो पैदा होगी. अभी हाल ही में पाक के नेताओं ने यही अंदेशा दिखाने का काम भी किया है.
पाक की एक नेता का बयान, तालिबान कश्मीर में हमारी मदद करेगा
अभी हाल ही में पाकिस्तान में एक नेता की तरफ से ये बयान दिया गया है कि तालिबान जब अफगानिस्तान में आया है तो ये हमारे लिए काफी फेवर की बात है क्योंकि कश्मीर को भारत से अलग करने में ये हमारी उसमे मदद करने वाला है, ये लोग हमारे साथ है. यानी उसने इशारा कर दिया है कि अब ये लोग तालिबानियों को हमारे देश में घुसाने की कोशिश कर रहे है.
सेना ने कहा, तालिबान ने जो अमेरिकी वीपन चोरी किये है वो पाकिस्तान में ही इस्तेमाल हो जायेंगे मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस पूरे घटनाक्रम पर काफी सीनियर आर्मी ऑफिसियल की तरफ से एक बयान जारी किया गया है जिसमे उन्होंने कहा है कि तालिबानियों ने जो अमेरिका वालो के हथियार चोरी किये है या फिर कही पर गलत तरीके से हासिल किये है वो कश्मीर पहुँचने से पहले पाकिस्तान में ही अस्थिरता फैलाने के लिए इस्तेमाल हो जायेंगे. आर्मी ऑफिसियल्स का मानना है कि ये लोग आपस में ही इतने मतभेद और लड़ाई करते है कि ये लोग आपस में ही के दुसरे पर इसका इस्तेमाल कर लेंगे और पाकिस्तान खुद इसकी जद में आएगा, भारत और भारत का कश्मीर तो काफी दूर है और बाद की बात है.
सीडीएस रावत भी हर तरह के खतरे से निपटने को तैयार
अभी हाल ही में देश के सबसे उच्च सैन्य अधिकारी सीडीएस रावत ने अपने बयान में कहा कि भारतीय सेना इन सभी चुनौतियों से निपटने के लिये पूरी तरह से तैयार है. हाँ मगर साथ ही साथ में उन्होंने ये भी कहा है कि वो इंटेलिजेंस इनपुट के लिए क्वाड की मदद की अपेक्षा कर रहे है.
खैर भारत को अब कुछ हद तक सतर्क तो रहना ही होगा क्योंकि तालिबान एक ऐसा संगठन है जिसका कोई भी भरोसा नही है कि वो कल को क्या कुछ कर सकता है.