पिछले काफी वक्त में हम लोगो ने देखा है कि तालिबान का प्रभाव काफी अधिक तेजी के साथ में अफगानिस्तान में फ़ैल रहा है और हर कोई उनको देखकर के हैरान भी हो रहा है क्योंकि जिस तरह से महज कुछ ही दिनों के भीतर इन्होने पूरा देश कब्ज़ा लिया वो इतिहास में सबसे अधिक अनोखा घटनाक्रम है. खैर जो भी है अब ये लोग काबुल पर तो काबिज हो गये है लेकिन अब इनका अहंकार भी सर चढ़कर के बोलने लगा है जो लोगो को काफी अधिक हैरान भी कर रहा है.
अफगानिस्तान ने कहा, 31 से पहले निकल लो वरना प्रतिक्रिया देने में देर नही लगायेंगे
अभी कुछ समय पहले की ही बात है जब अफगानिस्तान में तालिबान के एक प्रवक्ता ने अपनी तरफ से एक स्टेटमेंट में कहा है कि हमसे अमेरिका ने कहा है कि 31 अगस्त तक ये लोग काबुल एयरपोर्ट पर रहेंगे और इसके बाद में निकल जायेंगे. अगर ये इसके बाद में भी ये यहाँ पर रहेंगे तो इसका मतलब ये है ये यहाँ पर कब्जा बढ़ा रहे है और इससे अविश्वास पैदा होगा. हम इस तारीख के बाद अमेरिकी और ब्रिटिश लोगो को यहाँ पर देखना तक नही चाहते है, अगर ये रहे तो रिएक्शन होगा.
अमेरिका की प्रतिक्रिया हैरान करने वाली, बोला उससे पहले ही चले जायेंगे
अभी फिर जब इतना सब कुछ हुआ तो दुनिया उम्मीद कर रही थी कि वर्ल्ड सुपर पॉवर को इस तरह से वार्न करने का अंजाम अमेरिका इनको दुसरे तरीके से बतायेगा लेकिन उल्टा ही हुआ. पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन कर्बी ने अपने जारी बयान में कहा कि हमारी दिन में कई बार तालिबानियों के साथ में बातचीत होती है और हम उनकी इच्छाओं को बड़े ही अच्छे तरीके से समझते है.
मैं बता देना चाहता हूँ कि हम लोग 31 तारिख तक ही अपने काम को पूरा कर लेंगे और अभी मैं इस पर बात नही करना चाहता कि उसके बाद में क्या होगा? यानी अभी अमेरिका सिर्फ इसी कोशिश में है कि 31 तक सारे अमेरिकियों को वहाँ से निकाल लिया जाए और चीजो को सुरक्षित स्थिति में रखा जाए.
मगर विश्व की कम्यूनिटी उनके इस जवाब से काफी अधिक हैरान है क्योंकि एक विश्व की महाशक्ति को एक छोटा सा तालिबान ऐसे निकल जाने की वार्निंग दे रहा है और उस पर अमेरिका इस तरह से ढुलमुल प्रतिक्रिया दे रहा है. कही न कही ये थोडा अजीब भी है.