अभी आपको मालूम ही होगा कि तालिबान ने अफगानिस्तान के ऊपर कब्जा कर लिया है और इसके सत्ता में आते ही इस देश में सब कुछ बदल चुका है. एक तरह से बहुत सारे लोग है जो इसके आगमन का विरोध कर रहे है क्योंकि सामने कैमरे पर खुदको दिखाने में और जमीनी हकीकत में तालिबान में बहुत ही अधिक फर्क होता है, कही न कही ये बात तो हर कोई जानता ही है. चलिये इस बारे में आपको बताते है जो काफी अधिक औथेंटिक सोर्स से अफगानिस्तान से बाहर आ रही है.
महज कुछ दिन पहले की घटना, नौ लोगो को एक लाइन में बिठाकर खत्म किया
अभी हाल ही में एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसके अनुसार तालिबान के लोग हजारा समुदाय के एक गाँव में घुस गये थे. वहां पर पूरा गाँव भाग गया था लेकिन कुल 9 लोग वहां पर बच गये जो वहां पर खाने का इंतजाम कर रहे थे ताकि गाँव वालो के लिए ले जा सके. मगर ये सभी तालिबान के हाथ लग गये. अब जैसे ही तालिबान वालों ने इनको पकड़ा तुरंत इनको नीचे बिठा दिया और इनको सीधे खत्म नही किया बल्कि इनके छोटे छोटे टुकड़े कर दिए.
ये कितना अधिक तकलीफ भरा हो सकता है इसकी तो सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है. एक व्यक्ति जिसने ये सब कुछ आँखों से देखा है वो कहता है कि जब एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि हमारे साथ में ऐसा क्यों कर रहे हो? हमने तो तुम्हारा कुछ नही बिगाड़ा है. इस पर जवाब देते हुए उस तालिबानी ने कहा कि ये तो एक युद्ध है और यहाँ पर लोग तो मरते ही है. इस तरह के बेवकूफाना बयान के बाद में वो उनको समाप्त करके वहाँ से चले गये.
अभी सेना और अमेरिका के सहयोगियों को भी खोजा जा रहा
अभी अन्दर की खबर ये है कि फ़िलहाल तालिबानी देश के बड़े शहरो में उन लोगो को खोज रहे है जिन्होंने पिछले बीस सालो में अमेरिका की सेना के साथ में सहयोगी के तौर पर काम किया और तालिबान को इतने वक्त से अफगानिस्तान में दबाकर के रखा. उनके अनुसार अब उनके कीमत चुकाने का वक्त आ गया है.
अभी के लिये ये तो सिर्फ वो रिपोर्ट्स है जो किसी न किसी तरह से सामने आ पा रही है. अन्दर के देहाती और छोटे शहरो में जो हो रहा है वो सब तो मीडिया के रिपोर्ट्स में सामने ही नही पा रहा है.