प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से ही अपने कुछ एक ऐसे कार्यो के लिए जाने जाते रहे है जो उनको बाकी सभी नेताओं से न सिर्फ अलग बनाते है बल्कि साथ ही साथ में उनकी खूबी को भी काफी हद तक लोग पसंद ही करते है. इस कारण से जो तारीख हो, देश की लेगेसी हो या फिर कुछ भी और ऐतिहासिक कार्य हो उन सब में पीएम मोदी हमेशा कुछ न कुछ ऐसा यूनिक कर ही देते है जो हर किसी का ध्यान आकर्षित करने वाला होता है और अभी हाल ही में उन्होंने एक बार फिर से ऐसा ही कुछ करके दिखाया है.
अबसे 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका दिवस’ के रूप में याद किया जाएगा
आज प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से खुद ये जानकारी दी गयी है कि अब से देश में हर वर्ष 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा या फिर कहे याद किया जाएगा. खुद ट्विटर अकाउंट के माध्यम से भी उन्होंने इस बारे में सपूर्ण जानकारी प्रदान की और इस वर्ष यानी 2021 से इसकी शुरुआत सरकारी तौर पर कर दी है, हालांकि इसको शुरू तो आज से 70 साल पहले ही हो जाना चाहिए था.
भारत के विभाजन के समय विस्थापित हुए और जान से जाने वाले लोगो की याद में रहेगा ये दिन
अब तक 14 अगस्त का कुछ ख़ास महत्त्व हम मानते नही थे लेकिन इस दिन ही पाक को भारत से तोड़कर के अलग बनाया गया था और इसी दिन देश में लाखो करोडो लोगो के एक से दुसरे इलाके में पलायन हुआ था. इस दौरान कई लोग है जिन्होंने अपनी जान तक गँवा दी और बहुत सारे लोग ऐसे भी है जो विस्थापन के दौरान बड़ी गरीबी और कई बीमारियों के चपेट में आ गये. इससे उनकी जो भी बची हुई जिन्दगी थी वो बदतर सी हो गयी.
इन लोगो को हमेशा के लिए भुला दिया गया और बस एक तरह से रिफ्यूजी की तरह से ट्रीट करते हुए देश को आगे बढ़ने दिया गया. जबकि ये वो लोग थे जो कभी एकदम शान्ति से भारत में ही अपनी जिन्दगी गुजार रहे थे. उनके साथ में जो भी हुआ है उसकी याद में एक दिवस रखा गया है ताकि आने वाली पीढियां भूल न जाए कि कुछ जिन्नाह जैसे कुछ नेताओं ने मिलकर के देश के साथ में क्या किया था.
अभी फ़िलहाल के लिए तो इस दिन को मनाने को लेकर के सब लोगो में सहमती बनी हुई है लेकिन कल को इसका राजनीतिकरन करने की कोशिश होती है तो ये बड़ी ही दिक्कत वाली बात हो जायेगी.