भारतीय राजनीति अपने आप में बड़ी ही अस्थिर और पूरी तरह से अप्रत्याशित भी है. आये दिन कई ऐसी चीजे होती रहती है या फिर देखने में आती रहती है जिनकी उम्मीद हम लोग नही करते है. अब आप महाराष्ट्र की बात ही कर लीजिये, यहाँ पर वैसे तो तीन पार्टियाँ मिलकर के सरकार चला रही है लेकिन ये सरकार किस दिन उठेंगे और हिलने लग जाए ये कोई भी नही कह सकता है. अभी हाल ही में हुए एक घटनाक्रम ने इसमें एक बार फिर से नए सुर बाँध दिए है.
शरद पवार मिलने पहुंचे शाह से, क्या बातचीत हुई कोई सूचना नही
अभी हाल ही में एनसीपी के प्रमुख और जाने माने नेता शरद पवार देश के गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए पहुंचे थे. दोनों की ये मुलाक़ात अचानक से ही हुई और काफी लम्बी घंटो की बैठक करने के बाद में पवार साहब वहाँ से चले गये. अब इस बैठक में क्या हुआ इस बारे में कोई स्पष्ट और पूरी जानकारी सबूत के साथ में बाहर नही आ पायी है लेकिन इसने महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से हलचल पैदा जरुर कर दी है.
शिवसेना का तनाव में आना स्वाभाविक
अब जिस तरह से शाह के साथ में ये पवार साहब की अचानक से बैठक हुई है और इस बारे में किसी को भी कुछ भी ख़ास भनक है नही तो ऐसे में इतना तो तय है कि शिवसेना थोड़ी सी परेशान होगी मगर ये परेशानी किस हद तक जा सकती है ये कोई नही जानता है क्योंकि विपक्षी लोगो के साथ में इस तरह से मीटिंग करने का मतलब कुछ भी निकल सकता है इसलिए उद्धव ठाकरे को भी भविष्य में अपनी कुर्सी को लेकर के थोडा सतर्क रहने की आवश्यकता तो है.
हालाँकि ये कोई पहली बार नही है जब शरद पवार ने भाजपा के लोगो के साथ में कोई मीटिंग की है. इससे पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है जब पवार बीजेपी के लोगो और यहाँ तक कि मोदी जी से भी मुलाक़ात कर चुके है लेकिन इस तरह का सस्पेंस और सवाल पहले की मुलाकातों में कम ही रहे है क्योंकि उनके मिलने के कारण जगजाहिर रहे है लेकिन इस बार कई चीजे है जो सवाल खड़े कर रही है.
हालांकि इस मामले में अभी भी शिवसेना और कांग्रेस दोनों ने ही चुप्पी रखी हुई है क्योंकि कोई भी शरद पवार जैसे नेता की क्रेडिबलिटी पर सवाल उठाने की हिम्मत कर ही नही सकता है. खैर जो भी है अभी सब धीरे धीरे साफ हो ही जायेगा.