चीन हमेशा से ही अपने अलग अलग तरह की टेक्नीक के जरिये पडोसी देशो को परेशान करने की फिराक में रहता है. इससे कई बार आपस में लड़ाई आदि भी हो जाती है और जाहिर तौर पर ऐसा भारत और चीन के बीच में भी कई बार हुआ है. अभी हाल ही में एक बार फिर से ऐसी ही टेंशन सर उठाने लगी है और कही न कही जिनपिंग एक मुख से जहाँ पर दोस्ती का राग अलापते है वही दूसरी तरफ अपनी सरहदों में रहते हुए कई गलत तरह के काम भी करते रहते है.
दलाई लामा को बधाई देने के बाद में चिढा हुआ है चीन, अरुणाचल बॉर्डर के नजदीक पहुँच गये जिनपिंग
आपको मालूम हो तो अभी कुछ दिन पहले ही तिब्बत के प्रमुख माना जाने वाले दलाई लामा का जन्मदिन बीता है और उनका जन्मदिन बीतने के दिन ही पीएम मोदी ने उन्हें फ़ोन भी किया और ट्विटर पर बधाई भी दी, चीन नही चाहता है कि तिब्बत की आजादी के इस प्रतीक यानी दलाई लामा को इस तरह से सराहा जाए वरना उसका एजेंडा खराब हो सकता है.
बस इसी कारण से चीन ने अपनी तरफ से बॉर्डर पर भारत को दबाने के लिए गतिविधि बढ़ा दी है. हाल ही में लद्दाख के एक गाँव में भी चीनी सेनिक कुछ घंटो के लिए घुस आये थे हालांकि बादमे उनको खदेड़ दिया गया. इसके बाद में अब हाल ही में जिनपिंग अरुणाचल प्रदेश के उस पार अपनी सरहद में पहुंचे थे और वहां पर आकर के भारत को एक तरह से इशारों में सन्देश देकर के वापिस चले गये.
ये अपने आप में भारत के लिए भी सोचने वाली बात है कि चीन अपनी तरफ से इस तरह की हरकते करके भारत को उकसाने की कोशिश कर रहा है. हालाँकि भारत के सेना प्रमुख बार बार इस बात को दोहरा चुके है कि हम किसी भी स्थिति से हाथो हाथ निपटने के लिए तैयार है.