अभी हाल ही में एक मुद्दा बहुत ही अधिक जोर शोर के साथ में उठ रहा है और वो मुद्दा है जासूसी का. वैसे तो विश्व में कुछ भी सुरक्षित नही है और ये बात हर कोई जानता है. सरकारों पर अक्सर ही ये आरोप लगते रहे है कि ये अपने विरोधी लोगो की, विरोधी देशो की या फिर कई बार आम जनता की जासूसी करते है और अभी हाल ही में मोदी सरकार पर भी कुछ ऐसे ही आरोप लग रहे है जिनका कोई ख़ास ठोस आधार तो नही है लेकिन कई बड़े बड़े मीडिया आउटलेट्स ने इसे कवर कर लिया है.
मोदी सरकार ने इस्तेमाल किया इजरायली सॉफ्टवेयर, इमरान खान और राहुल गांधी समेत कई बड़े लोगो की फोन पर बाते सुनने का आरोप
अभी हाल ही में मोदी सरकार पर जो आरोप लग रहा है उसके अनुसार मोदी सरकार ने इजरायल के एक ख़ास सॉफ्टवेर का इस्तेमाल किया और उसकी मदद से कई बड़े बड़े लोगो के फोन को अपने ट्रैप में ले लिया जिसमे इमरान खान और राहुल गांधी दो बड़े नाम है. आरोप के अनुसार मोदी सरकार के पास में इनके फोन्स से किसको फोन किया जा रहा है फोन पर क्या बाते हो रही है सारी जानकारी होती थी.
अमित शाह का जवाब, ये देश को बदनाम करने की साजिश
मोदी सरकार पर लगे इन आरोपों का अमित शाह ने भी अपने तरीके से बखूबी जवाब दिया और कहा कि ये सब कुछ सरकार को और देश को बदनाम करने की साजिश है, ऐसी रिपोर्ट को आगे बढाने का काम वही लोग कर रहे है जो लोग देश की भारत की प्रगति को पसंद नही करते है. लोग इस रिपोर्ट की क्रोनोलोजी को बहुत ही अच्छे से समझते है.
यानी एक तरफ से लोग पूरे दमखम से आरोप लगा रहे है तो सरकार भी इनको सिरे से खारिच ही कर रही है, वही पाक में तो हल्ला मचा हुआ है कि अगर इमरान खान का सारा डाटा मोदी सरकार के पास में है तब तो देश में कुछ भी सुरक्षित नही है.